क्या जैसलमेर से जोधपुर जा रही निजी बस में लगी भीषण आग में यात्री झुलसे?

सारांश
Key Takeaways
- घटना का मुख्य कारण तकनीकी खराबी हो सकता है।
- स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य में तेजी दिखाई।
- यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
- जांच जारी है और प्रशासन लोग अफवाहों से दूर रहने की सलाह दे रहा है।
- घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
जैसलमेर, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मंगलवार शाम को जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक निजी बस में अचानक भीषण आग लग गई, जिसमें 10 से 12 यात्रियों के झुलसने की खबर है। बस में लगभग 50 लोग सवार थे। यह हादसा उस समय हुआ जब बस जैसलमेर से कुछ ही दूरी पर थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के पिछले हिस्से में अचानक आग की लपटें उठने लगीं और देखते ही देखते पूरी बस धूं-धूं कर जलने लगी। हादसे के समय बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। आगे की सीटों पर बैठे कुछ यात्री किसी तरह कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन पीछे की सीटों पर बैठे यात्री आग की चपेट में आ गए। आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्रियों को निकलने का मौका तक नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना प्रशासन को दी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया।
घायलों को तुरंत राजकीय जवाहिर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। झुलसे हुए लोगों को अस्पताल ले जाया गया है, जहां चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ द्वारा उनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। कुछ यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई है, जिसमें मरीजों के परिजन और स्थानीय लोग शामिल हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
जैसलमेर पुलिस और प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण तकनीकी खराबी हो सकता है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने बस चालक और परिचालक से पूछताछ शुरू की है।
स्थानीय प्रशासन ने घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने का आश्वासन दिया है। वहीं प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
घटना के बाद जैसलमेर-जोधपुर मार्ग पर यातायात भी प्रभावित हुआ है। पुलिस और प्रशासन स्थिति को सामान्य करने में जुटे हैं।