क्या मराठी की आड़ में दादागिरी चलेगी? महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे की चेतावनी

सारांश
Key Takeaways
- महाराष्ट्र सरकार ने फूड स्टॉल मालिक के खिलाफ हमले पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- भाषा के आधार पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- विभिन्न क्षेत्रों में कानून का भय अत्यंत आवश्यक है।
मुंबई, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने फूड स्टॉल मालिक पर किए गए हमले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में मुंबई में मराठी न बोलने के कारण मनसे के कथित कार्यकर्ताओं ने एक फूड स्टॉल मालिक को पीटा। नितेश राणे ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार इस घटना पर कठोर कदम उठाएगी।
मंत्री नितेश राणे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "अगर आपमें हिम्मत है तो नल बाजार, मोहम्मद अली रोड या मालवणी जैसे स्थानों पर जाकर कहिए कि मराठी बोलो। क्या आप वहाँ भी ऐसा साहस दिखा सकते हैं? आमिर खान और जावेद अख्तर क्या मराठी में बात करते हैं? वहाँ कोई कुछ नहीं कहता।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर गरीब हिंदू हिंदी बोलते हैं तो उन्हें पीटा जाता है। जो भी हिंदुओं पर दादागिरी करेगा, उस पर हमारी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। सरकार अब अपनी तीसरी आंख खोलेगी।"
नितेश राणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिशा सालियान मामले पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, "यह अच्छी बात है कि मामला कोर्ट में है। सच्चाई सामने आएगी।"
उन्होंने सवाल उठाया, "अगर आदित्य ठाकरे का इस मामले से कोई संबंध नहीं है तो जांच से डर क्यों? क्या कोई भी खुद कहेगा कि उसने हत्या की है? दिशा सालियान को न्याय दिलाना है तो सच्चाई सामने आनी चाहिए।"
पुणे दुष्कर्म मामले पर भी नितेश राणे ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "जब सरकार का डर अपराधियों में नहीं रहेगा तो ऐसे ही जघन्य अपराध होते रहेंगे। यदि दिशा सालियान जैसे मामलों में समय पर कार्रवाई होती, तो शायद आज पुणे में यह शर्मनाक घटना न होती। कानून का भय आवश्यक है।"