क्या सीतापुर में सेप्टिक टैंक के हादसे ने तीन लोगों की जान ले ली?

सारांश
Key Takeaways
- दर्दनाक हादसा एक बच्चे को बचाने के प्रयास में हुआ।
- तीन लोगों की मौत हो गई।
- जहरीली गैस ने बचावकर्ताओं को प्रभावित किया।
- घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर पैदा की।
- स्थानीय प्रशासन सक्रिय है।
सीतापुर, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के सकरन थाना क्षेत्र के सुकेठा गांव में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ। गांव के एक घर के बाहर बने सेप्टिक टैंक में गिरे 10 वर्षीय बच्चे को बचाने के प्रयास में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि बच्चा और एक अन्य व्यक्ति का इलाज जारी है। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुकेठा निवासी विवेक (10), पुत्र सोहन गुप्ता, सुबह करीब 10 बजे गांव के अनिल के घर के सामने बने टैंक में गिर गया। बच्चे को बचाने के लिए अनिल कुमार (40) तुरंत टैंक में उतर गए और विवेक को बाहर निकाल लिया। लेकिन, इस दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से वह खुद बेहोश होकर डूबने लगे।
इसके बाद, अनिल को बचाने के प्रयास में गांव के ही राजकुमार कुमार (45) और रंगी लाल (45) भी टैंक में उतरे। लेकिन, जहरीली गैस और दम घुटने की वजह से तीनों बेहोश हो गए और बाहर नहीं निकल सके।
ग्रामीणों की मदद से काफी मशक्कत के बाद सभी लोगों को टैंक से बाहर निकाला गया। लेकिन, तब तक अनिल, राजकुमार और रंगीलाल की हालत गंभीर हो चुकी थी। स्थिति को देखते हुए तीनों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा ले जाया गया, जहां चिकित्सक डॉ. सुनील यादव ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस हादसे में घायल दीपू और विवेक का इलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ लहरपुर नागेंद्र चौबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि घर के बाहर बने सेप्टिक टैंक में उतरे चार लोग जहरीली गैस की चपेट में आ गए। तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस मौके पर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
इस दर्दनाक हादसे से सुकेठा गांव में मातम पसर गया। परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।