क्या दिल्ली विस्फोट पर सुकांत मजूमदार की टीएमसी पर टिप्पणी सही है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में हुआ विस्फोट एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता था।
- सुकांत मजूमदार ने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका को सराहा गया।
- बंगाल की राजनीतिक स्थिति पर भी चर्चा की गई।
- सुरक्षा के मुद्दे पर सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।
कोलकाता, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने टीएमसी, सीपीएम और कांग्रेस के नेताओं पर हमला करते हुए दिल्ली में हुए कार विस्फोट पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
सुकांत मजूमदार ने कहा, "दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक व्यक्ति की जान हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। लेकिन इस घटना से पहले बड़ी मात्रा में आरडीएक्स के मिलने के कारण यह बड़ी घटना नहीं बन पाई, क्योंकि इन लोगों की योजना पूरी दिल्ली को दहशत में डालने की थी। हम केंद्रीय एजेंसियों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने इस साजिश को विफल किया।"
कांग्रेस और टीएमसी के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "जब ये लोग सत्ता में थे, तब कितने धमाके हुए थे। टीएमसी तो बोलने के लायक भी नहीं है, क्योंकि सभी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल में अपराधों की स्थिति क्या है।"
उन्होंने यह भी कहा कि टीएमसी उग्रवादियों के प्रति नम्रता दिखाती है। ये लोग आज भी बांग्लादेश से आए घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को जाने नहीं देना चाहते।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा, "जितना वे बोलती हैं, उतनी ज्यादा वे हमारे लिए समस्याएँ खड़ी करती हैं।" रवींद्रनाथ टैगोर से लेकर अमर्त्य सेन तक, बंगालियों ने दुनिया में सम्मान अर्जित किया है। अगर हमारी मुख्यमंत्री इस तरह बोलती हैं, तो इससे बंगाल का क्या संदेश जाता है?"
पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने दिल्ली कार विस्फोट पर टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "महुआ मोइत्रा का बयान हमारे लिए बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। हम सभी जानते हैं कि अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को हटाने से लेकर नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तक गृह मंत्रालय को कैसे संभाला है।"