क्या जीएसटी में कटौती से अक्टूबर में वाहनों की बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची?
सारांश
Key Takeaways
- अक्टूबर में यात्री वाहन बिक्री ने रिकॉर्ड तोड़ा।
- जीएसटी में कटौती ने बिक्री को बढ़ावा दिया।
- किआ इंडिया और स्कोडा जैसी कंपनियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
- त्योहारी मांग ने उपभोक्ता खरीदारी को बढ़ाया।
- ऑटो इंडस्ट्री में सकारात्मक संकेत मिले।
नई दिल्ली, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में यात्री वाहनों (पीवी) की बिक्री अक्टूबर में अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसकी मुख्य वजह जीएसटी में सुधार और मजबूत त्योहारी मांग रही। यह जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को इंडस्ट्री डेटा साझा करते हुए दी।
इस महीने यात्री वाहनों की थोक बिक्री सालाना आधार पर 17.23 प्रतिशत बढ़कर 4,70,227 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो कि पिछले साल समान अवधि में 4,01,105 यूनिट्स थी।
वित्त मंत्री सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "अक्टूबर में मात्रा के हिसाब से भारत की यात्री वाहन इंडस्ट्री ने रिकॉर्ड बनाया है। इसका श्रेय जीएसटी में सुधार और मजबूत त्योहारी मांग को जाता है, जिसके कारण कई ऑटो मैन्युफैक्चरर्स ने रिकॉर्ड मासिक थोक बिक्री दर्ज की है।"
इससे पहले सबसे अधिक यात्री वाहन बिक्री का रिकॉर्ड जनवरी 2025 में बना था, जब 4,05,522 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
वित्त मंत्री ने आगे लिखा, "यह अब तक की सबसे अच्छी घरेलू मासिक बिक्री है, जिसने जनवरी 2025 में 4,05,522 यूनिट्स के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।"
विशेषज्ञों का मानना है कि कम जीएसटी दरें और आकर्षक त्योहारी ऑफर्स ने अधिक ग्राहकों को कार खरीदने के लिए प्रेरित किया, जिससे कई वाहन निर्माताओं ने अपनी अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री दर्ज की।
किआ इंडिया, स्कोडा ऑटो इंडिया, निसान मोटर इंडिया और महिंद्रा जैसी प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों ने अक्टूबर में शानदार बिक्री दर्ज की है।
शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, किआ इंडिया ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने के बाद से अक्टूबर में 29,556 यूनिट्स की बिक्री के साथ अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक बिक्री प्रदर्शन हासिल किया।
इसी प्रकार, स्कोडा ने अक्टूबर में 8,252 यूनिट्स बेचीं, जो कि उसकी अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री है।