क्या भारत-कनाडा क्रिटिकल मिनिरल्स और क्लीन एनर्जी सहयोग को लेकर लॉन्ग-टर्म सप्लाई चेन को बढ़ावा देंगे?

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क्या भारत-कनाडा क्रिटिकल मिनिरल्स और क्लीन एनर्जी सहयोग को लेकर लॉन्ग-टर्म सप्लाई चेन को बढ़ावा देंगे?

सारांश

भारत और कनाडा के मंत्रियों ने व्यापार और निवेश के सहयोग को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनकी वार्ता से दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी। इस लेख में जानें कि कैसे यह सहयोग आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करेगा।

Key Takeaways

  • भारत-कनाडा के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूती मिली।
  • क्रिटिकल मिनिरल्स और क्लीन एनर्जी के लिए लॉन्ग-टर्म सप्लाई चेन पर सहमति।
  • द्विपक्षीय व्यापार में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • ग्लोबल डेवलपमेंट पर विचारों का आदान-प्रदान।
  • आगामी मंत्रिस्तरीय वार्ता की योजना।

नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को साझा की गई जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के निमंत्रण पर कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू 11 से 14 नवंबर 2025 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर आए। इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के मंत्रियों ने व्यापार और निवेश पर मंत्रिस्तरीय वार्ता का 7वां संस्करण आयोजित किया।

इस कार्यक्रम में, दोनों मंत्रियों ने भारत-कनाडा आर्थिक साझेदारी के मजबूत और निरंतर विकास की पुष्टि की। उन्होंने सतत संवाद, आपसी सम्मान और दीर्घकालिक पहलों के माध्यम से द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूती प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू ने दोनों देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं के द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया। 2024 में, यह व्यापार 23.66 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों देशों के बीच क्रिटिकल मिनिरल्स और क्लीन एनर्जी सहयोग के लिए दीर्घकालिक आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी है, जो ऊर्जा संक्रमण और नई औद्योगिक विस्तार के लिए महत्वपूर्ण होगी।

इसके अतिरिक्त, भारत और कनाडा ने एयरोस्पेस और डुअल-यूज कैपेबिलिटीज पार्टनरशिप में निवेश और व्यापार के अवसरों की पहचान और विस्तार पर भी सहमति व्यक्त की।

केंद्रीय मंत्री गोयल और मनिंदर सिद्धू ने आपूर्ति श्रृंखला के महत्व को स्वीकार किया और वैश्विक विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने क्रिटिकल सेक्टर में मजबूती लाने और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला की आवश्यकता पर जोर दिया, जो दोनों देशों की दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता को समर्थन देगा।

उन्होंने द्विपक्षीय संवाद को निरंतर बनाए रखने और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के महत्व पर भी बल दिया, जो इस साझेदारी का एक मजबूत आधार बनाता है।

दोनों मंत्रियों ने अगले वर्ष की शुरुआत में भारत और कनाडा में व्यापार एवं निवेश समुदाय के साथ मंत्रिस्तरीय वार्ता को जारी रखने पर सहमति जताई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत और कनाडा के बीच यह सहयोग केवल आर्थिक लाभ ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। दोनों देशों को आपसी व्यापार को बढ़ावा देने और एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए।
NationPress
14/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत और कनाडा के बीच व्यापार में क्या वृद्धि हुई है?
भारत और कनाडा के बीच वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार 2024 में 23.66 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
क्रिटिकल मिनिरल्स और क्लीन एनर्जी सहयोग का महत्व क्या है?
यह सहयोग ऊर्जा संक्रमण और नई औद्योगिक विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे दोनों देशों की दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता को समर्थन मिलेगा।
मंत्रियों ने कौन से क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की?
उन्होंने एयरोस्पेस और डुअल-यूज कैपेबिलिटीज पार्टनरशिप में निवेश और व्यापार के अवसरों की पहचान पर चर्चा की।