क्या चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश का निर्यात सबसे उच्चतम स्तर पर रहा?

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क्या चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश का निर्यात सबसे उच्चतम स्तर पर रहा?

सारांश

भारत ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए हैं। जानें कि कैसे वैश्विक चुनौतियों के बीच यह उपलब्धि हासिल हुई और इसके पीछे की रणनीतियाँ क्या हैं।

Key Takeaways

  • भारत का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 418.6 अरब डॉलर है।
  • यह अब तक का सबसे उच्चतम निर्यात आंकड़ा है।
  • निर्यात में वृद्धि के लिए संरचनात्मक सुधार जिम्मेदार हैं।
  • भारत की निर्यात रणनीति विश्वसनीयता और मजबूती पर आधारित है।
  • पिछले पाँच वर्षों में पाँच प्रमुख मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं।

नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वैश्विक उतार-चढ़ाव और अस्थिरता के बीच भारत का प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अत्यधिक मजबूत रहा है और इस दौरान देश का निर्यात अब तक के सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँच गया है। यह जानकारी सरकार ने मंगलवार को संसद में दी।

लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर अवधि) में देश ने 418.6 अरब डॉलर का निर्यात किया है, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि के 395.7 अरब डॉलर से अधिक है और यह निर्यात का अब तक का सबसे मजबूत आंकड़ा है।

मंत्रालय ने बताया कि अक्टूबर 2025 में हल्की गिरावट के बावजूद भारत का निर्यात मजबूत बना रहा है।

अक्टूबर 2024 में ऊँचे आधार के कारण उस महीने निर्यात थोड़ा कम रहा, जो देश का अब तक का सबसे अच्छा अक्टूबर निर्यात प्रदर्शन था।

मंत्री ने कहा कि भारत की निर्यात रणनीति विश्वसनीयता, मजबूती और सक्रिय वैश्विक जुड़ाव पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि साझेदार देशों के साथ उच्च-स्तरीय यात्राएं और वार्ताएं आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाती हैं और दीर्घकालिक परिणाम देती हैं, भले ही अल्पकालिक उतार-चढ़ाव हों।

प्रसाद ने कहा, "भारत के निर्यात इकोसिस्टम को संरचनात्मक सुधारों, रसद में सुधार, बंदरगाह क्षमता के विस्तार और लक्षित निर्यात सुविधा उपायों से लाभ हुआ है।"

उन्होंने आगे कहा कि प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम ने देश की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ाने में सहायता की है। हालाँकि, सेवा निर्यात देश के बाह्य क्षेत्र के लिए एक मजबूत स्तंभ बना हुआ है।

व्यापार समझौतों के संबंध में, सरकार ने संसद को सूचित किया कि पिछले पाँच वर्षों में पाँच प्रमुख मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

इनमें मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) और भारत-यूके व्यापार समझौता शामिल हैं।

Point of View

बल्कि यह वैश्विक स्तर पर देश की प्रतिष्ठा को भी बढ़ा रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है, जो भारत के लिए दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता की ओर इशारा करता है।
NationPress
09/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत का निर्यात किस स्तर पर पहुँचा?
भारत का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 418.6 अरब डॉलर के स्तर पर पहुँचा है।
निर्यात में वृद्धि के मुख्य कारण क्या हैं?
संरचनात्मक सुधार, रसद में सुधार, और प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम जैसे उपायों ने निर्यात में वृद्धि में मदद की है।
भारत के साथ किन देशों ने मुक्त व्यापार समझौते किए हैं?
भारत ने मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया, ईएफटीए और यूके के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए हैं।
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