क्या झारखंड में बड़े अवसर मौजूद हैं, गौतम अदाणी ने निवेश का किया वादा?
सारांश
Key Takeaways
- झारखंड में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं।
- गौतम अदाणी ने 75 अरब डॉलर के निवेश की योजना की घोषणा की।
- भारत का CO2 उत्सर्जन दुनिया में सबसे कम है।
- ग्लोबल ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन महत्वपूर्ण है।
- आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में मदद मिलेगी।
धनबाद, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने मंगलवार को बताया कि झारखंड और धनबाद में कई महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध हैं और निकट भविष्य में राज्य काफी उन्नति करेगा।
मीडिया से बातचीत करते हुए अदाणी ने कहा, "झारखंड और धनबाद में बड़े अवसर मौजूद हैं और आने वाले समय में राज्य काफी आगे जाएगा।" धनबाद में अदाणी ग्रुप के निवेश पर सवाल पूछने पर उन्होंने बताया कि जल्द ही निवेश आएगा।
इससे पहले इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स), धनबाद में शताब्दी समारोह में बोलते हुए, गौतम अदाणी ने कहा था कि अदाणी ग्रुप अगले पांच वर्षों में एनर्जी ट्रांजिशन में 75 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा।
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वह लगातार दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बनाने के लिए निवेश कर रहे हैं।
गौतम अदाणी ने बताया कि ग्लोबल ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन हमारे समय का सबसे बड़ा उद्योग बनकर उभर रहा है, जिसका मूल्य आने वाले दशकों में कई ट्रिलियन डॉलर होगा।
उन्होंने कहा, "इससे बिजली आधारित मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन स्टील, ग्रीन फर्टिलाइजर, हाइड्रोजन इकोसिस्टम और महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलेगा, जिस पर एआई और डिजिटल अर्थव्यवस्थाएं निर्भर करती हैं।"
चेयरमैन ने आगे कहा, "अदाणी ग्रुप अगले पांच वर्षों में एनर्जी ट्रांजिशन के क्षेत्र में 75 अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर रहा है।"
इसके अलावा, गौतम अदाणी ने हाल ही में ब्राजील में हुए सीओपी-30 सम्मेलन के एक नैरेटिव की भी आलोचना की, जहां एक रिपोर्ट ने भारत की स्थिरता रैंकिंग को घटा दिया था। रिपोर्ट में तर्क किया गया था कि भारत के पास कोयले से बाहर निकलने की कोई समय-सीमा नहीं है और वह कोयला ब्लॉकों की नीलामी जारी रखे हुए है।
अदाणी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन दुनिया में सबसे कम है और देश मानव इतिहास में सबसे तेज एनर्जी ट्रांजिशन की ओर बढ़ रहा है।