क्या 'बिग बॉस 19' जीतने पर गौरव खन्ना के माता-पिता ने कुछ खास कहा?
सारांश
Key Takeaways
- गौरव खन्ना ने 'बिग बॉस 19' में अपनी मेधा और संयम से जीत हासिल की।
- उनके परिवार का समर्थन और संघर्ष की कहानी प्रेरणादायक है।
- शो में उनकी यात्रा दर्शाती है कि धैर्य और मेहनत का फल मीठा होता है।
मुंबई, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश के बेहद चर्चित रियलिटी शो 'बिग बॉस 19' का फिनाले इस बार विशेष रूप से यादगार रहा। इस सीजन की चमचमाती ट्रॉफी उत्तर प्रदेश के कानपुर के टीवी एक्टर गौरव खन्ना के हाथों में आई। शुरुआती दौर से ही शो के मुख्य दावेदार माने जा रहे गौरव ने 17 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ते हुए यह खिताब जीता।
शो के दौरान उनके शांत और समझदारी भरे व्यवहार को दर्शकों ने बहुत सराहा। फिनाले में उनकी टक्कर जम्मू-कश्मीर की कंटेस्टेंट फरहाना भट से हुई, जहां शो के होस्ट सलमान खान ने अंतिम क्षण में गौरव को विजेता घोषित किया।
गौरव के परिवार के लिए यह जीत केवल एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि लंबे संघर्षों और दुआओं का फल थी। उनकी मां शशि खन्ना ने बेटे के सफर को याद करते हुए कहा कि शुरुआत में उन्होंने गौरव को शो में जाने से मना किया था।
उन्होंने कहा, "शुरुआत में मैंने गौरव को मना किया था। मुझे लगता था कि यह शो उसके लिए उपयुक्त नहीं है। उसे लड़ाई-झगड़ा करना नहीं आता। लेकिन, उसने शो में बिना किसी झगड़े के रहकर साबित कर दिखाया।"
शशि ने आगे कहा, "गौरव हमेशा से जिद्दी रहा है और जो ठान लेता है, उसे पूरा करके ही छोड़ता है।"
उन्होंने शो में शामिल रहे कंटेस्टेंट जीशान कादरी के व्यवहार पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जीशान अक्सर गौरव के लिए गलत भाषा का उपयोग करते थे, जो परिवार को बिल्कुल पसंद नहीं आया।
उन्होंने कहा, "गौरव को अक्सर कहा जाता था कि 'जीके क्या करेगा', जो उन्हें अच्छा नहीं लगता था। लेकिन, ट्रॉफी ने सभी को जवाब दे दिया।"
गौरव के मास्टरशेफ जीतने का किस्सा भी उनकी मां ने साझा किया। उन्होंने बताया कि गौरव को शुरू में खाना बनाना नहीं आता था, लेकिन उसने एक महीने की ट्रेनिंग ली और अंततः शो जीत लिया।
गौरव के पिता विनोद खन्ना भी बेटे की जीत से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्हें बिग बॉस का माहौल बिल्कुल पसंद नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे गौरव खेला, उन्हें मजा आने लगा।
उन्होंने शो में एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जब गौरव की बहस फरहाना से हुई, तब उन्हें बहुत गुस्सा आया था। लेकिन, जिस संयम से गौरव ने जवाब दिया, उससे उन्हें गर्व महसूस हुआ।
गौरव की जीत ने परिवार की खुशी को दोगुना कर दिया है।