क्या दिलीप कुमार और कामिनी कौशल की प्रेम कहानी अधूरी रह गई?
सारांश
Key Takeaways
- दिलीप कुमार और कामिनी कौशल का रिश्ता भारतीय सिनेमा की एक अनमोल गाथा है।
- उनकी आत्मकथाएं इस रिश्ते की गहराई को उजागर करती हैं।
- बंदिशों और जिम्मेदारियों ने इस रिश्ते को अधूरा छोड़ दिया।
मुंबई, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग की यादें हमेशा दर्शकों को अपनी जादुई छवि में बांधे रखती हैं। उस समय के सितारों के बीच के रिश्ते, मित्रता और अनकहे एहसास आज भी लोगों के दिलों में गूंजते हैं। इन्हीं में से एक है दिलीप कुमार और कामिनी कौशल का रिश्ता, जो कभी पूरी तरह से शब्दों में नहीं कहा गया, लेकिन इसकी गूंज दोनों के जीवनियों में स्पष्ट रूप से सुनाई देती है।
दोनों कलाकारों ने अपने करियर में जितनी सफलता पाई, उतनी ही गहराई से अपने निजी अनुभवों को जिया है।
कामिनी कौशल ने अपनी आत्मकथा में उस समय को ईमानदारी से साझा किया है, जब वह और दिलीप कुमार एक-दूसरे के प्रति गहरा लगाव रखते थे। उन्होंने लिखा है कि कैसे उनके बीच एक खूबसूरत अपनापन था। वे एक साथ बहुत खुश रहते थे और उनके बीच एक स्वाभाविक जुड़ाव था, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें अलग होने पर मजबूर कर दिया।
कामिनी ने कहा कि वह कभी भी किसी रिश्ते को अचानक खत्म करने में विश्वास नहीं रखती थीं, खासकर जब परिवार की जिम्मेदारियां उन पर हों। उन्होंने अपनी बहन की बेटियों की जिम्मेदारी ली थी और उन्हें छोड़ना उनके लिए संभव नहीं था। इसी कारण उन्होंने अपने दिल पर पत्थर रखकर वह रिश्ता समाप्त किया।
दूसरी ओर, दिलीप कुमार की आत्मकथा 'दिलीप कुमार- स्टार लेजेंड ऑफ इंडियन सिनेमा' भी इस रिश्ते की गहराई को उजागर करती है। उन्होंने कामिनी कौशल को अपनी पहली मोहब्बत बताया और लिखा कि उनके साथ एक ऐसा अपनापन था, जैसा पहले कभी महसूस नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सच्चा प्यार जीवन में केवल एक बार होता है, उसके बाद अगर कोई भावना फिर जगती भी है, तो वह सिर्फ पहली मोहब्बत की एक हल्की सी परछाईं होती है।
कामिनी कौशल और दिलीप कुमार ने साथ में तीन फिल्मों 'शहीद', 'शबनम', और 'नदिया के पार' में काम किया था। इन फिल्मों की शूटिंग के दौरान ही दोनों के बीच यह भावनात्मक रिश्ता पनपा था।