क्या वांग यी ने शी चिनफिंग की मध्य एशिया यात्रा का परिचय दिया?

सारांश
Key Takeaways
- शी चिनफिंग की यात्रा ने चीन और मध्य एशिया के बीच संबंधों को मजबूत किया।
- मध्य एशियाई देशों की चीन के साथ सहयोग की इच्छा है।
- एकतरफावाद और संरक्षणवाद के खिलाफ सामूहिक प्रयास जारी हैं।
- चीन-मध्य एशिया व्यवस्था तेजी से विकसित हो रही है।
- भविष्य के लिए साझे समुदाय का निर्माण हो रहा है।
बीजिंग, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 16 से 18 जून तक कजाकिस्तान में दूसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया। यात्रा समाप्त होने के अवसर पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने संबंधित जानकारी साझा की।
वांग यी ने बताया कि शी चिनफिंग ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में दूसरे चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया और क्रमशः पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपतियों से मुलाकात की। यह इस वर्ष मध्य एशिया क्षेत्र में चीन की सबसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक गतिविधि है। इसका व्यावहारिक, कुशल और दूरगामी प्रभाव होगा।
वांग यी ने यह भी कहा कि चीन लंबे समय से अच्छे पड़ोसी संबंध और सहयोग को बढ़ावा देने में लगा हुआ है और पड़ोसी देशों के साथ विकास के अवसर साझा करने पर जोर देता है। मध्य एशियाई देश चीन के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं और सहयोग को बढ़ाना चाहते हैं। एकतरफावाद और संरक्षणवाद जैसे वैश्विक चुनौतियों के बीच, चीन और मध्य एशियाई देश आपसी सम्मान, खुले, समावेशी, पारस्परिक लाभ और समान जीत के लिए सहयोग करते हैं। चीन-मध्य एशिया व्यवस्था तेजी से विकसित हो रही है, जिसके तहत सहयोग मजबूत हुआ है और व्यापक उपलब्धियां हासिल की गई हैं।
वांग यी ने कहा कि शी चिनफिंग की वर्तमान मध्य एशिया यात्रा ने चीन-मध्य एशिया व्यवस्था के विकास का नेतृत्व किया है, पड़ोसी देशों के साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को बढ़ावा दिया है और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता व न्याय की रक्षा में सहमति जुटाई है। जटिल बाहरी वातावरण में, चीन मानवता के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण में प्रयास जारी रखेगा और विभिन्न देशों के साथ सहयोग का नया अध्याय जोड़ेगा, ताकि एक मजबूत देश का निर्माण और राष्ट्रीय पुनरुत्थान का महान कार्य आगे बढ़ सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)