क्या बुल्गारिया में सड़कों पर उतरी भीड़ ने सरकार को झुका दिया?
सारांश
Key Takeaways
- बुल्गारिया में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
- प्रदर्शन का मुख्य कारण भ्रष्टाचार है।
- प्रधानमंत्री ने इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
- विरोध में भाग लेने वालों की संख्या 150,000 तक पहुँच गई।
- यह घटना लोकतंत्र में नागरिकों की आवाज़ का प्रतीक है।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बुल्गारिया में हजारों नागरिक सड़कों पर उतर आए हैं। सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों का गुस्सा उबाल पर है। बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए और प्रधानमंत्री रोसेन जेलियाजकोव के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इसी बीच, जनाक्रोश के आगे पीएम जेलियाजकोव ने इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
प्रधानमंत्री रोसेन जेलियाजकोव ने गुरुवार को नेशनल असेंबली में अपनी कैबिनेट के इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने कहा, "हम नागरिकों की आवाज सुनते हैं; हमें उनकी मांगों के लिए आवाज उठानी चाहिए। युवा और बुजुर्ग दोनों ने इस्तीफे के पक्ष में अपनी आवाज उठाई। इस नागरिक भावना को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, एक चुनौती है। प्रदर्शनकारियों को यह बताना होगा कि वे सरकार की कैसी रूपरेखा देखना चाहते हैं। देश के नागरिकों को विरोध करने वाले नेताओं से यह मांग करनी चाहिए। यह एक ऐसी सरकार की मांग है जो पिछले कार्यकालों की उपलब्धियों पर आगे बढ़े, लेकिन एक अच्छे बदलाव के जरिए।"
बुधवार को सोफिया में, प्रदर्शनकारी संसद, सरकारी और राष्ट्रपति भवन के पास एक केंद्रीय चौक पर इकट्ठा हुए। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन पर "इस्तीफा, माफिया जाओ और निष्पक्ष चुनाव" जैसे शब्द प्रोजेक्ट करने के लिए लेजर का उपयोग किया।
मीडिया ने ड्रोन फुटेज के आधार पर अनुमान लगाया है कि विरोध करने वालों की संख्या 100,000 से अधिक थी। कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि 150,000 लोग भी बुल्गारिया की राजधानी में एकत्र हुए थे।
इस विरोध प्रदर्शन में सोफिया के विश्वविद्यालयों के छात्र भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते भी ऐसे विरोध का आयोजन किया गया था, जिसमें 50,000 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इस बार की संख्या उससे भी अधिक थी।
बुल्गारिया के 25 से अधिक बड़े शहरों में इस तरह के विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें प्लोवदिव, वर्ना, वेलिको टार्नोवो और रजग्राद शामिल हैं। प्लोवदिव में, सैडिनेनी स्क्वायर पर हजारों की संख्या में लोग जुटे। बर्गास में भी एक विरोध प्रदर्शन हुआ, जहां लगभग 10,000 लोग इकट्ठा हुए और एक वीडियो वॉल पर स्केच और वीडियो प्रोजेक्ट करके अपनी मांगें रखीं।
रोसेन जेलियाजकोव पांच वर्षों में इस पद पर आने वाले छठे व्यक्ति थे। बता दें कि लोगों का विरोध प्रदर्शन तब शुरू हुआ, जब सरकार ने अगले साल के लिए एक विवादित ड्राफ्ट बजट पेश किया। इस बजट में इनकम टैक्स और सोशल सिक्योरिटी योगदान दोनों बढ़ाने का जिक्र था। सरकार ने लोगों का खर्च बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया। इस पर विपक्षी दलों और आम नागरिकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
—राष्ट्र प्रेस
केके/डीएससी