क्या चीनी उप-प्रधानमंत्री ने चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार संबंधों के स्थिर विकास पर जोर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- चीन और अमेरिका के आर्थिक संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता है।
- दक्षिण कोरिया में हुई बैठक ने दिशा निर्धारित की है।
- अटलांटिक परिषद की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- दोनों देशों के बीच संवाद को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
- वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए सहयोग आवश्यक है।
बीजिंग, २२ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी उप-प्रधानमंत्री हे लिफेंग ने राजधानी पेइचिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अटलांटिक परिषद के कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टीफन हैडली से मुलाकात की।
इस अवसर पर हे लिफेंग ने कहा कि दक्षिण कोरिया के बुसान में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की सफल बैठक ने द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार संबंधों के विकास के लिए दिशा निर्धारित की है।
उन्होंने कहा कि चीन और अमेरिका के बीच सहयोग का व्यापक दायरा और विस्तृत समान हित हैं, और आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोग को चीन-अमेरिका संबंधों का स्थिरक और प्रणोदक बने रहना चाहिए।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि अटलांटिक परिषद द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के स्थिर विकास को बढ़ावा देने में सकारात्मक भूमिका निभाएगी। इसके अलावा, उन्होंने हैडली को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की २०वीं केंद्रीय कमेटी के चौथे पूर्णाधिवेशन के बारे में जानकारी दी।
उधर, हैडली ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की बैठक के परिणामों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अमेरिका-चीन संबंधों की स्थिरता बहुत महत्वपूर्ण है और उन्होंने दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान और संवाद को बढ़ावा देने की इच्छा व्यक्त की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)