क्या ट्रंप ने नेतन्याहू को माफ करने के लिए राष्ट्रपति हर्जोग से आग्रह किया?
सारांश
Key Takeaways
- इजरायल का लीगल सिस्टम स्वतंत्र है।
- ट्रंप का आग्रह राजनीतिक प्रेरणा से भरा हुआ है।
- नेतन्याहू ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
- हर्जोग ने इजरायल की संप्रभुता का सम्मान किया।
तेल अवीव, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायली राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को माफ करने की मांग का उत्तर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका देश स्वतंत्र है और वह वैधानिक प्रक्रिया के तहत निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।
ट्रंप ने एक पत्र के माध्यम से हर्जोग से नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार मामलों में हस्तक्षेप करने की अपील की थी। यह मामले पिछले पांच वर्षों से अधिक समय से चल रहे हैं। ट्रंप ने इन आरोपों को राजनीतिक प्रेरित और अनुचित करार दिया था।
अपने उत्तर में, इजरायली राष्ट्रपति ने कहा कि जबकि वह ट्रंप के साथ अपनी मित्रता को महत्व देते हैं, लेकिन इजरायल के लीगल सिस्टम को स्वतंत्र रहना चाहिए और उसका पूरा सम्मान किया जाना चाहिए। हर्जोग ने कहा, "इजरायल एक संप्रभु देश है, और इसकी वैधानिक प्रक्रिया को बिना किसी बाहरी दखल के बनाए रखना आवश्यक है।" उन्होंने आगे कहा कि यह आग्रह बहुत खास था, लेकिन उनकी "पहली, दूसरी और तीसरी प्राथमिकता" इजरायल के लोगों की भलाई और ईमानदारी है।
नेतन्याहू, जिन पर कई भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और लीगल कार्रवाई को राजनीतिक प्रेरित बताया है।
पोलिटिको साइट को दिए साक्षात्कार में, उन्होंने कहा, "प्री-एम्पटिव माफी (मुकदमे के बीच में दी जाने वाली माफी) मेरिट के आधार पर तय होती है, और मैं इस पर गंभीरता से निर्णय लेना चाहता हूँ।"
नेतन्याहू पर रिश्वत, धोखाधड़ी और भरोसा तोड़ने के तीन-तीन आरोप हैं। ये आरोप प्रेस के गलत इस्तेमाल और सरकारी सहायता के बदले गैर-कानूनी उपहार लेने के हैं। उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और कहा है कि पुलिस और सरकारी वकीलों ने राजनीतिक तख्तापलट की कोशिश में ये आरोप लगाए थे।
एक हफ्ते पहले, यानी 30 नवंबर को ही नेतन्याहू ने माफी की अर्जी राष्ट्रपति कार्यालय को सौंपी थी। पत्र में उन्होंने कहीं भी यह नहीं लिखा था कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों से सहमत हैं।