क्या रूस में बड़ा हादसा टला? टेकऑफ के दौरान रनवे से फिसला विमान, सभी यात्री सुरक्षित

सारांश
Key Takeaways
- रूसी विमानन सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठता है।
- सुरक्षित निकासी से सभी यात्री और चालक दल को बचाया गया।
- ब्रेकिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी का मामला सामने आया है।
- पिछली दुर्घटनाओं से सबक लेने की आवश्यकता है।
- स्थानीय अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की।
मॉस्को, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रूस के पश्चिमी साइबेरिया में स्थित रोशचिनो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार सुबह एक एएन-24 यात्री विमान टेकऑफ के दौरान रनवे से फिसल गया। इस घटना में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इस विमान में छह चालक दल के सदस्य और 40 यात्री सवार थे, जिनमें 13 बच्चे भी शामिल थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और हवाई अड्डे का संचालन सामान्य रूप से चलता रहा।
रूसी संघ की जांच समिति के केंद्रीय अंतरक्षेत्रीय परिवहन जांच निदेशालय ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि ब्रेकिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी इस घटना का कारण हो सकती है।
गौरतलब है कि इससे पहले 24 जुलाई को रूस के अमूर क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में एक एएन-24 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस विमान में 49 लोग सवार थे, जिनमें पांच बच्चे और छह चालक दल के सदस्य शामिल थे और सभी की मृत्यु हो गई थी।
यह विमान साइबेरियाअंगारा एयरलाइंस द्वारा संचालित था, जो ब्लागोवेशचेंस्क से उड़ा था और चीन सीमा के करीब तिंदा जा रहा था। लैंडिंग से पहले विमान का हवाई यातायात नियंत्रकों से संपर्क टूट गया।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार, विमान हवा में ही आग पकड़ने के बाद रडार से गायब हो गया था। बाद में बचाव हेलीकॉप्टरों ने दुर्घटनास्थल से लगभग 16 किलोमीटर दूर पहाड़ पर जलते हुए मलबे का पता लगाया।
अमूर नागरिक सुरक्षा और अग्नि सुरक्षा केंद्र के अधिकारियों ने पुष्टि की कि उस हादसे में कोई भी जीवित नहीं मिला था।
जांचकर्ताओं का मानना है कि विमान तिंदा हवाई अड्डे पर दूसरी बार लैंडिंग का प्रयास कर रहा था, तभी उसका संपर्क टूट गया।
घटना की जानकारी मिलते ही रोसावियात्सिया का एक विमान और कई बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना कर दिए गए थे। वर्तमान में, सुदूर पूर्वी परिवहन अभियोजक कार्यालय ने मामले की जांच शुरू कर दी है।