क्या पाकिस्तान के सिंध में भारी बारिश से समस्याएं और बढ़ गई हैं?

सारांश
Key Takeaways
- सिंध प्रांत में मूसलाधार बारिश से समस्याएं बढ़ गई हैं।
- जलभराव के कारण कराची की कई सड़कें बंद हैं।
- बिजली की कटौती ने नागरिकों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
- पाकिस्तानी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगला मानसून और तबाही ला सकता है।
- सिंध के गवर्नर ने स्थिति को चुनौतीपूर्ण बताया है।
इस्लामाबाद, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान में निरंतर हो रही मूसलाधार मानसूनी बारिश के कारण सिंध प्रांत और उसकी राजधानी कराची में गुरुवार को भारी जलभराव और बिजली की कटौती जैसी समस्याएं देखने को मिलीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मानसून का अगला दौर और अधिक तबाही ला सकता है।
कराची ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, शहर की कई सड़कें बारिश के पानी में डूबी हुई हैं। कोरंगी नदी और कॉजवे रोड को अधिक पानी के जमा होने के कारण आम यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
शहर के विभिन्न इलाकों जैसे उत्तरी नजीमाबाद, गुलिस्तान-ए-जौहर, डिफेंस व्यू, ओरंगी टाउन, लियारी, बल्दिया टाउन, लियाकताबाद, सुरजानी और कोरंगी इंडस्ट्रियल एरिया के निवासियों ने बताया कि वे पिछले 24 से 48 घंटे से बिजली के बिना हैं।
इसके अतिरिक्त, कराची के कुछ क्षेत्रों में 36 घंटे से अधिक समय तक बिजली नहीं आई, जिसके कारण लोगों के घरों में पानी की सप्लाई भी बाधित हो गई है।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल 'दुनिया न्यूज' की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार तक कराची में कम से कम 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं।
इसी बीच, गुलिस्तान-ए-जौहर के ब्लॉक 8 में 32 घंटे से बिजली न मिलने के कारण नाराज लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, ब्लॉक 2 में मंगलवार से ही बिजली नहीं थी। उत्तरी नजीमाबाद के कई इलाकों में भी बिजली गायब रही।
पाकिस्तानी समाचार चैनल 'जियो न्यूज' के अनुसार, हैदराबाद शहर के लोग भी ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि लतीफाबाद और कासिमाबाद के 90 प्रतिशत हिस्सों में बिजली नहीं आई है और बिजली बहाल होने में 7 घंटे से अधिक समय लग रहा है।
कराची के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंध के गवर्नर कामरान टेसोरी ने बताया कि बिजली की समस्या इस समय शहर की सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सुरजानी क्षेत्र में कई परिवारों को मजबूरी में छतों पर सोना पड़ा, क्योंकि उनके घरों में बारिश का पानी भर गया था। गवर्नर हाउस के शिकायत विभाग को एक दिन में 11,000 से ज्यादा शिकायतें मिलीं, जिनमें ज्यादातर बिजली कटौती से संबंधित थीं।