क्या थाइलैंड की पैतोंगटार्न शिनावात्रा न्यायालय में पहुंची?

सारांश
Key Takeaways
- पैतोंगटार्न शिनावात्र्ना ने न्यायालय में पहुंचकर सच्चाई पेश की।
- यह मामला एक ऑडियो क्लिप से संबंधित है, जो देश की सुरक्षा को खतरे में डालता है।
- सुनवाई में प्रेस से बात करने से इंकार किया गया।
- अदालत ने कुछ व्यक्तियों को सुनवाई में शामिल होने की अनुमति दी।
- 29 अगस्त को निर्णय की उम्मीद है।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। थाइलैंड की निलंबित प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा गुरुवार को न्यायालय में कथित नैतिक उल्लंघनों की सुनवाई के लिए पहुंचीं। इस सुनवाई की अनुमति बुधवार को प्रदान की गई थी।
पैतोंगटार्न अपने परिवार, सहयोगियों और कानूनी टीम के साथ सुबह लगभग 9:28 बजे संवैधानिक न्यायालय पहुंचीं। उन्होंने प्रेस से बातचीत करने से इंकार कर दिया।
पूर्व सीनेटर सोमचाई स्वांगकर्ण और उनका समूह भी सुनवाई में शामिल होने के लिए अदालत पहुंचे। सोमचाई ने कहा कि उन्होंने कार्यवाही के सीधे प्रसारण के लिए अदालत में याचिका दायर की थी। हालांकि, इसे पूर्ण रूप से मंजूरी नहीं मिली, परंतु अदालत ने उन लोगों को व्यक्तिगत रूप से सुनवाई में शामिल होने की अनुमति दे दी जिन्होंने अनुरोध किया था।
सोमचाई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पैतोंगटार्न शिनावात्रा न्यायालय के सामने सच्चाई रखेंगी। यह मामला एक ऑडियो क्लिप के जारी होने से संबंधित है, जो कथित तौर पर देश की सुरक्षा को खतरे में डालती है।
15 जून को, पैतोंगटार्न ने हुन सेन को फोन किया था। हुन सेन ने 18 जून को इस बातचीत की ऑडियो क्लिप जारी की। पैतोंगटार्न ने ऑडियो क्लिप को सही माना है और इसे देश की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है।
सोमचाई ने आगे कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को राजनेताओं की बजाय राज्य की रक्षा करनी चाहिए।
सोमचाई ने तर्क दिया कि अंतरराष्ट्रीय नेता आमतौर पर द्विपक्षीय वार्ता में सख्त प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। उन्होंने बताया कि बैठकें सामान्यतः रिकॉर्ड की जाती हैं, विदेश मंत्रालय द्वारा जांची जाती हैं, और व्यक्तिगत फोन कॉल के बिना सुरक्षा अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित की जाती हैं।
उन्होंने बताया कि ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट हो गया कि गलतियां हुई हैं, जिसके कारण सीनेटरों ने गंभीर नैतिक उल्लंघनों का आरोप लगाया है।
सोमचाई ने कहा कि अगर पैतोंगटार्न 29 अगस्त के फैसले से पहले इस्तीफा देती हैं, तो मामला रद्द हो जाएगा।
अदालत के अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार की सुनवाई मीडिया के लिए क्लोज-सर्किट टेलीविजन पर दिखाई जाएगी, लेकिन केवल शुरुआती सत्र में ही ध्वनि होगी। सुनवाई के पूरे होने तक बाकी कार्यवाही मौन रहेगी। प्रेस विज्ञप्ति शाम को बाद में जारी की जाएगी।