क्या रांची में जमीन कारोबारी की हत्या का खुलासा 12 घंटे में हुआ? मास्टरमाइंड सहित छह गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- रांची में हुई हत्या ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
- पुलिस ने 12 घंटे में छापेमारी कर अपराधियों को पकड़ा।
- जमीन विवाद के चलते पुरानी रंजिश ने इस घटना को जन्म दिया।
रांची, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची पुलिस ने शहर के रातू थाना क्षेत्र में रविवार शाम दो जमीन कारोबारियों पर गोलीबारी के मास्टरमाइंड समेत छह अपराधियों को 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। इस गोलीबारी में हजारीबाग के केरेडारी निवासी रवि कुमार की मौत हो गई थी, जबकि उसका साथी बलमा गंभीर रूप से घायल है।
रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि विशेष टीम ने छापेमारी कर रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र निवासी मास्टरमाइंड कुणाल कुमार को उसके दो अन्य साथियों बबलू गोप और लालमोहन कुमार के साथ गिरफ्तार किया। इसके बाद उनकी निशानदेही पर वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाए गए तीन शूटर इमरोज अंसारी, श्रीचंद प्रजापति और विजय महतो को भी अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर दबोच लिया।
पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार रविवार की शाम जमीन कारोबारी रवि और बलमा रातू थाना क्षेत्र में झखड़ाटांड़ मुंडा टोली में शराब पी रहे थे। उसी दौरान साजिशकर्ता कुणाल कुमार अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा और ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। हमले में रवि की मौके पर मौत हो गई और बलमा घायल होकर गिर पड़ा। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
जांच में खुलासा हुआ कि हत्या की योजना करीब आठ महीने पहले बनाई गई थी। उस समय जमीन विवाद में बलमा ने कुणाल के पिता के साथ मारपीट की थी। इसके अलावा, दस दिन पहले दस हजार रुपये की उधारी को लेकर बलमा ने कुणाल को सार्वजनिक रूप से चुनौती दी थी। इसी अपमान और पुरानी रंजिश के कारण कुणाल ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में मामला आपसी रंजिश और जमीन विवाद से जुड़ा प्रतीत होता है। घायल बलमा के होश में आने के बाद कई और अहम जानकारियां सामने आने की संभावना है।