क्या ए राजा के बयान पर साक्षी महाराज का तंज सही है, 'ऐसी ही बात जिन्ना ने भी कही थी'?
सारांश
Key Takeaways
- साक्षी महाराज ने ए राजा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
- वंदे मातरम को लेकर विवादित बयानों का इतिहास रहा है।
- लोकसभा में सकारात्मक चर्चा की आवश्यकता है।
- मतदाता सूची की प्रक्रिया को उचित ठहराया गया।
- राजनीतिक लाभ के लिए विरोध की प्रवृत्ति को नकारा गया।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने मंगलवार को डीएमके सांसद ए राजा के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने वंदे मातरम को मुसलमानों के खिलाफ बताया था।
सांसद साक्षी महाराज ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में यह कहा कि ए राजा से पहले इसी तरह का बयान मोहम्मद अली जिन्ना ने भी दिया था। उन्होंने भी वंदे मातरम को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बताया था, जिसके कारण पंडित नेहरू को इसे वापस लेना पड़ा था। ऐसे लोग देश को विभाजित करने की बात करते हैं, लेकिन उनके सपने कभी पूरे नहीं होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चर्चा के लिए होती है, शोर मचाने के लिए नहीं। हमें उम्मीद है कि संसद की कार्यवाही के दौरान विपक्ष का रवैया सकारात्मक रहेगा और सदन में किसी प्रकार की खलल नहीं होगी।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के संबोधन में जनता का हित निहित था और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे लोगों का व्यक्तिगत विकास हो।
उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी देश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का विरोध नहीं करना चाहिए। यह प्रक्रिया आवश्यक है ताकि फर्जी मतदाताओं को चिन्हित कर सिर्फ पात्र मतदाताओं को मतदान का अधिकार दिया जा सके।
उन्होंने बिहार में संपन्न हुए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वहां किसी ने भी इस प्रक्रिया का विरोध नहीं किया। हालांकि, कुछ लोगों ने राजनीतिक लाभ के लिए इसका विरोध किया।