क्या अबू आजमी ने नितेश राणे के बयान की निंदा की?

सारांश
Key Takeaways
- संविधान के अनुसार सभी समुदायों के लिए समानता महत्वपूर्ण है।
- धर्म के आधार पर राजनीति नफरत फैलाने वाली हो सकती है।
- सभी समुदायों को एक समान नजर से देखना चाहिए।
- किसी भी समुदाय के खिलाफ जहर उगला जाना अस्वीकार्य है।
- राजनीतिक स्थिरता और सच्चाई को सुनना आवश्यक है।
मुंबई, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के हिंदुत्ववादी सरकार संबंधी बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि वे बांटने की राजनीति करते हैं और हम संविधान के अनुसार काम करते हैं।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि मुसलमान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट क्यों देंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लगातार हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करती है, सीएए, एनआरसी और मॉब लिंचिंग के नाम पर लोगों को डराती है।
आजमी ने भाजपा से सवाल किया कि यदि आपको मुसलमानों के वोट चाहिए तो बताइए आपने कितने मुसलमानों को सांसद, विधायक या मंत्री बनाया?
उन्होंने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ जहर उगला जा रहा है और पुलिस व अदालतों को मंत्री राणे के बयान का संज्ञान लेना चाहिए।
सपा नेता ने कहा कि जो व्यक्ति संविधान की शपथ लेता है, वह कैसे कह सकता है कि मेरी सरकार केवल हिंदुओं की है? सरकार को संविधान के अनुसार चलना चाहिए। महाराष्ट्र की सरकार बनने पर हम छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों पर चलने की शपथ लेते हैं, लेकिन शपथ लेने के बाद ये लोग हिंदुओं की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि हम हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी को एक नजर से देखते हैं और संविधान के अनुसार ही काम करते हैं।
'आई लव मोहम्मद' बैनर के विवाद पर उन्होंने कहा कि एक मुसलमान पैगंबर मोहम्मद साहब के लिए अपनी जान दे सकता है, लेकिन वह अपना अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जब कानपुर में बच्चों ने 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर लगाया तो उन बच्चों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि एक समुदाय करे तो सब ठीक है और दूसरा समुदाय करे तो कार्रवाई, यह नहीं चलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी को बधाई देता हूं। देश के लोकतंत्र को बचाने और स्वच्छ व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने जो महान बलिदान दिया है, वह सराहनीय है। मेरा मानना है कि सभी दलों को उनका समर्थन करना चाहिए और सरकार को सच्चाई सुनने और उस पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर करना चाहिए।
लद्दाख के लोगों द्वारा राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर किए गए बड़े विरोध प्रदर्शन के दौरान लेह स्थित भाजपा कार्यालय में आग लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार को कश्मीर या लद्दाख के लोगों से उन्हें पूर्ण राज्य का दर्जा देने के बारे में बात करनी चाहिए। उन्हें संतुष्ट होना चाहिए। जब लोग संतुष्ट नहीं होते हैं तो वे सड़कों पर उतर आते हैं।
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर शुरू हुई राजनीति पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि इसकी कोई जगह है। वे एक मशहूर कलाकार हैं, इसीलिए पुरस्कार मिला है।