क्या कांग्रेस को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले झटका लगा? पूर्व सांसद अजय निषाद की भाजपा में वापसी

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क्या कांग्रेस को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले झटका लगा? पूर्व सांसद अजय निषाद की भाजपा में वापसी

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले अजय निषाद ने भाजपा में वापसी की है, जो कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे के कारण और भविष्य की संभावनाएं।

Key Takeaways

  • अजय निषाद ने भाजपा में वापसी की है।
  • उनकी वापसी को निषाद समुदाय के वोटों को एकजुट करने के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
  • भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उनका स्वागत किया।
  • कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
  • राजद में जदयू के कई नेता शामिल हुए हैं।

पटना, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण राजनीतिक परिवर्तन में, मुजफ्फरपुर के पूर्व सांसद अजय निषाद ने शुक्रवार शाम को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में पुनः प्रवेश किया।

अजय निषाद ने अपनी पत्नी रमा निषाद के साथ भाजपा में औपचारिक रूप से घर वापसी की।

बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी में उनका स्वागत किया और राज्य मुख्यालय में उनकी सदस्यता सुनिश्चित की।

एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से संबंध रखने वाले अजय निषाद ने पहले 2014 और 2019 में भाजपा के टिकट पर मुजफ्फरपुर से लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया है।

हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिलने के कारण, उन्होंने कांग्रेस में शामिल होकर मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा।

अजय निषाद के पिता, जय नारायण प्रसाद निषाद, एक वरिष्ठ नेता थे, जो मुजफ्फरपुर से तीन बार सांसद रह चुके हैं और केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं।

जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, अटकलें तेज हो गई हैं कि अजय निषाद या उनकी पत्नी रमा निषाद को भाजपा कुढ़नी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। पार्टी के अंदरूनी सूत्र इसे क्षेत्र में निषाद समुदाय के वोटों को एकजुट करने के लिए एक रणनीतिक कदम मानते हैं।

इसी दिन, पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा समेत जदयू के चार नेता राजद में शामिल हुए।

संतोष कुशवाहा के अलावा जेडीयू के पूर्व विधायक राहुल शर्मा और वर्तमान जेडीयू सांसद गिरिधारी यादव के बेटे चाणक्य प्रकाश भी राजद में शामिल हुए।

संतोष कुशवाहा ने 2024 में पूर्णिया से चुनाव लड़ा था और निर्दलीय उम्मीदवार राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से चुनाव हार गए थे।

पार्टी में नए सदस्यों का स्वागत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि संतोष कुशवाहा कुशवाहा समुदाय के एक प्रमुख नेता हैं। उनके शामिल होने से राजद सीमांचल क्षेत्र में और मजबूत होगा, जहां पहले हमारा प्रभाव सीमित था।

Point of View

और यह क्षेत्रीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

अजय निषाद ने कब भाजपा में वापसी की?
अजय निषाद ने 10 अक्टूबर को भाजपा में वापसी की।
क्या अजय निषाद पहले भाजपा में थे?
जी हां, अजय निषाद पहले भाजपा के टिकट पर 2014 और 2019 में लोकसभा के सांसद रह चुके हैं।
अजय निषाद की वापसी का राजनीतिक महत्व क्या है?
उनकी वापसी को निषाद समुदाय के वोटों को एकजुट करने की एक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
क्या अन्य नेता भी पार्टी बदल रहे हैं?
जी हां, संतोष कुशवाहा समेत कई जदयू नेता राजद में शामिल हुए हैं।
अजय निषाद की पत्नी भी भाजपा में शामिल हुई हैं?
जी हां, उनकी पत्नी रमा निषाद भी भाजपा में शामिल हुईं हैं।