क्या अकील अख्तर की मौत में सिरिंज का निशान है बड़ा सबूत?

सारांश
Key Takeaways
- अकील अख्तर की संदिग्ध मौत की जांच जारी है।
- पोस्टमार्टम में मिले सिरिंज के निशान ने मामले को नया मोड़ दिया।
- परिवार पर आरोप और साजिश के सवाल उठ रहे हैं।
- हरियाणा पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
- सच्चाई का पता लगाना आवश्यक है।
चंडीगढ़, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है। अकील अख्तर के दाएं हाथ की कोहनी से लगभग 7 सेंटीमीटर नीचे एक सिरिंज का निशान पाया गया है। यह जानकारी पोस्टमार्टम की आंतरिक रिपोर्ट से मिली है।
अकील अख्तर की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बताया गया था कि वह ड्रग्स का आदी था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि वह किस प्रकार का ड्रग लेता था और क्या यह इंजेक्शन द्वारा लिया गया था। हालाँकि, अब अकील के हाथों पर सिरिंज के कई निशान मिले हैं, जो सामान्यतः किसी भी ड्रग एडिक्ट के हाथों पर होते हैं।
पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर हरियाणा पुलिस की एसआईटी ने एसीपी विक्रम नेहरा की अगुवाई में जांच प्रारंभ की है।
अकील अख्तर की मौत 16 अक्टूबर की रात पंचकूला के एमडीसी स्थित आवास पर हुई थी। परिवार ने इसे दवाइयों की ओवरडोज़ से हुई मौत बताया था।
इसी क्रम में 21 अक्टूबर को पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी, पंजाब की पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना पर उनके बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी।
अकील अख्तर का 27 अगस्त को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने अपने पिता और पत्नी के बीच अवैध संबंधों का उल्लेख करते हुए परिवार पर उनकी हत्या की साजिश का गंभीर आरोप लगाया था। इस वीडियो में उन्होंने अपनी मां रजिया सुल्ताना और बहन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे।
इस वीडियो और आरोपों के आधार पर मलेरकोटला में रहने वाले उनके पड़ोसी शमसुद्दीन चौधरी ने पंचकूला के पुलिस कमिश्नर को शिकायत सौंपी थी। शिकायत के आधार पर पंचकूला की पुलिस ने पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, पुत्रवधू और बेटी सहित चार लोगों के खिलाफ 103 (1), 61 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा के बेटे 35 वर्षीय अकील अख्तर को 16 अक्टूबर की रात करीब साढ़े 9 बजे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।