क्या बेहद खराब दिन भी हमें सीख दे सकते हैं? अनुपम खेर के मॉर्निंग कोट से प्रेरित फैंस
सारांश
Key Takeaways
- अनुपम खेर का विचार हमें सकारात्मकता सिखाता है।
- हर दिन कुछ नया सिखाता है।
- सच्ची भावनाएँ व्यक्त करने का महत्व।
- कठिन समय भी महत्वपूर्ण होते हैं।
- अनुपम खेर की प्रेरणादायक सोच।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता अनुपम खेर अभी भी सतीश शाह के निधन के दुख से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। हाल ही में, उन्होंने उनकी पत्नी मधु शाह से भी मुलाकात की। इसी बीच, अनुपम खेर ने जीवन की सच्चाइयों और बीते दिनों के बारे में एक प्रेरणादायक पोस्ट साझा किया है।
अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक मोटिवेशनल संदेश साझा करते हुए लिखा, "जिंदगी में किसी भी दिन को निराशाजनक मत समझो... क्योंकि अच्छे दिन खुशियों का अनुभव देते हैं, बुरे दिन जीवन के अनुभव सिखाते हैं, खराब दिन हमें सीख देते हैं, और बहुत अच्छे दिन खूबसूरत यादें छोड़ जाते हैं।"
उन्होंने कैप्शन में "सच्चाई" लिखा। फैंस भी अनुपम खेर के इस उद्धरण को सराह रहे हैं। उनकी लिखी पंक्तियों को फैंस प्रेरणादायक मान रहे हैं।
इसके पहले, अनुपम खेर ने मधु शाह से मिलने का एक प्यारा वीडियो भी साझा किया था, जिसमें वह मधु शाह के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि मधु शाह अल्जाइमर से पीड़ित हैं, जिससे उन्हें चीजों को याद रखने में कठिनाई होती है।
अनुपम खेर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, "मैं सतीश शाह की पत्नी मधु शाह से मिलने गया था। मन में उदासी थी और एक अजीब सी घबराहट थी कि सतीश की बातें करूं या कुछ और कहूं!"
हाल ही में, अनुपम खेर स्विट्ज़रलैंड से छुट्टियां मनाकर लौटे हैं। वे वहां से हर दिन प्रकृति के वीडियो साझा करते थे।
उन्होंने फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के नाम पर चलने वाली ट्रेन का वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने यश चोपड़ा के हिंदी सिनेमा में योगदान को याद किया।
फिलहाल, अनुपम खेर अपनी फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' की री-रिलीज को लेकर बेहद खुश हैं। यह फिल्म उनके लिए खास है क्योंकि इसके निर्माता वह स्वयं हैं और इसकी कहानी की प्रेरणा उन्हें अपनी भांजी तन्वी से मिली, जो ऑटिज्म से पीड़ित हैं।