क्या तेजस्वी यादव अपने परिवार के सगे नहीं बन पाए तो बिहार की जनता के कैसे होंगे?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव और अनुराग ठाकुर के बीच राजनीतिक टकराव बढ़ रहा है।
- राजद और कांग्रेस पर गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के आरोप।
- बिहार में युवाओं के लिए नौकरी देने के वादे की जांच की आवश्यकता।
मधुबनी, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को मधुबनी जिले की राजनगर विधानसभा में युवा चौपाल और सामाजिक समरसता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजद के नेता तेजस्वी यादव पर एक तीखा राजनीतिक हमला किया। उन्होंने कहा कि जो तेजस्वी यादव अपने परिवार के सगे नहीं हुए, वे भला बिहार की जनता के सगे कैसे होंगे?
सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजद और तेजस्वी यादव इस गलतफहमी में न रहें कि पोस्टर-बैनर से लालू यादव की फोटो हटाने से बिहार उनके जंगलराज और भ्रष्टाचार को भूल जाएगा। राजद और कांग्रेस की सत्ता का मतलब गुंडागर्दी, रंगदारी और कट्टे का राज है। जब भी ये सत्ता में आते हैं, तो कट्टे वालों को संरक्षण देते हैं और अपराध और रंगदारी के बल पर कमाई करते हैं।
उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस फिर से बिहार में जंगलराज कायम करना चाहते हैं और अपहरण उद्योग, अवैध आर्म्स फैक्ट्री और कॉन्ट्रैक्ट किलर की फौज खड़ी करना चाहते हैं। 20 साल सरकार से बाहर रहने के बाद भी उनकी मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपने पिता, भाई और बहनों से किनारा कर चुके हैं और आज वे बिहार के युवाओं को नौकरी देने का वादा कर रहे हैं। उनसे कोई पूछे कि रेलवे में नौकरी देने के एवज में लालू यादव ने कितने गरीब युवाओं की जमीन हड़प ली है।
उन्होंने तेजस्वी से सवाल किया कि वे बताएं कि लालू यादव के भ्रष्टाचार में उनकी कितनी हिस्सेदारी थी। गरीबों और पिछड़ों की बात करने वाले इस परिवार ने खुद इन्हें ही धोखा दिया है। इन्होंने बिहार की तीन पीढ़ियों को बर्बाद किया है और यह राज्य को सौ साल पीछे धकेल चुके हैं, लेकिन इन्हें इस बात का न कोई अफसोस है, न ग्लानि और न ही इन्हें इस पाप के लिए माफी मांगी है।