क्या अयोध्या ध्वजारोहण समारोह में 20 फीट के केसरिया धर्म ध्वज की पहली तस्वीर आई है?
सारांश
Key Takeaways
- ध्वज की ऊंचाई 10 फुट और लंबाई 20 फुट है।
- ध्वजा पर सूर्य और 'ॐ' का चिन्ह अंकित है।
- यह धर्म, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का प्रतीक है।
- समारोह में प्रधानमंत्री और अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल होंगे।
- ध्वजा का डिजाइन विशेष रूप से तैयार किया गया है।
अयोध्या, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर में मंगलवार को होने वाला ध्वजारोहण कार्यक्रम भव्यता और दिव्यता के साथ मनाने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। इस बीच, धर्म ध्वजा की पहली तस्वीर भी सामने आई है।
तस्वीर में केसरिया रंग की यह झंडा कई लोगों द्वारा संभाली जा रही है। इसकी विशेषता यह है कि यह समकोण त्रिभुजाकार है, जिसकी ऊंचाई १० फुट और लंबाई २० फुट है। झंडे पर उकेरा गया दीप्तिमान सूर्य भगवान राम के तेज और वीरता का प्रतीक है, साथ ही इसमें 'ॐ' का चिन्ह और कोविदार वृक्ष की आकृति भी अंकित है।
यह पवित्र झंडा गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देता है और इसे रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक माना जाता है। यह धर्म ध्वजा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित मंदिर के 'शिखर' पर फहराई जाएगी, जबकि इसके चारों ओर बने लगभग ८०० मीटर लंबे परकोटे का डिज़ाइन दक्षिण भारतीय वास्तुकला में है, जो मंदिर की वास्तुशिल्प विविधता को दर्शाता है।
इस पवित्र झंडे का वजन २ से ३ किलोग्राम के बीच है और इसे मंदिर की १६१ फीट ऊंची चोटी और ४२ फीट ऊंचे झंडे के खंभे के ऊपर के हालात को झेलने के लिए बनाया गया है। झंडे पर चमकता हुआ सूरज भगवान राम की काबिलियत और बहादुरी का प्रतीक है।
श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह 'धर्म ध्वज' त्याग और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर के ऊपर झंडा फहराया जाएगा। कार्यक्रम सुबह ११ बजे शुरू होगा और लगभग ११:५० बजे ध्वजारोहण होगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के गवर्नर और मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे।