क्या अयोध्या महोत्सव में रानी चटर्जी का आना है खास? 2026 में उनका नया रेजोल्यूशन क्या होगा?
सारांश
Key Takeaways
- रानी चटर्जी अयोध्या महोत्सव में शामिल होंगी।
- उनका नया साल 2026 के लिए कोई बड़ा बदलाव नहीं लाने का इरादा है।
- भाषा के मामले में कलाकारों को कोई सीमा नहीं होती।
- नीलम वरिष्ट भी हिंदी सीरियल में काम कर रही हैं।
- अयोध्या महोत्सव का हिस्सा बनना गर्व की बात है।
मुंबई, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में आयोजित होने वाला प्रतिष्ठा द्वादशी का मुख्य समारोह 31 दिसंबर से प्रारंभ होकर 2 जनवरी तक चलेगा। इस समारोह का हिस्सा भोजपुरी की मशहूर अभिनेत्री रानी चटर्जी भी बनने जा रही हैं। अभिनेत्री ने खुद इस बात की पुष्टि की है और साथ ही यह भी बताया है कि साल 2026 में वह क्या नया करने की योजना बना रही हैं।
रानी चटर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह एयरपोर्ट के वेटिंग एरिया में बैठी नज़र आ रही हैं। उन्होंने कहा कि वह महोत्सव का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या आई हैं और यह उनके लिए गर्व की बात है। वे कहती हैं कि नए साल के अवसर पर अयोध्या आना, पूरे वर्ष को सार्थक बनाता है। अयोध्या महोत्सव का हिस्सा बनना उनके लिए खुशी और गर्व दोनों है।
रानी चटर्जी ने आगे कहा कि नया साल आ चुका है और हर कोई कुछ न कुछ रेजोल्यूशन लेना चाहता है, लेकिन उनका साल 2025 बहुत ही शानदार बीता है। वह इसी ऊर्जा के साथ 2026 में प्रवेश करने की उम्मीद कर रही हैं और उनका लक्ष्य है कि जीवन में कोई बड़ा बदलाव नहीं लाना है, क्योंकि वह खुद को पसंद करती हैं।
रानी का मिजाज हमेशा से खुशमिजाज रहा है और वे हर मुद्दे पर अपनी राय खुलकर व्यक्त करती हैं। हाल ही में उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं और टीवी सीरियल्स पर चर्चा की थी। उनका कहना है कि एक कलाकार को भाषा से नहीं बांधा जा सकता, क्योंकि सभी भाषाएँ उनके लिए समान हैं। हिंदी भाषा का कलाकार भोजपुरी में और भोजपुरी का कलाकार हिंदी सीरियल्स में भी सफलता से काम कर सकता है।
यह बात उन्होंने इसलिए कही, क्योंकि उनके साथ भोजपुरी की वरिष्ठ अदाकारा नीलम वरिष्ट भी टीवी की दुनिया में कदम रखने वाली हैं। वे कलर्स टीवी के आने वाले शो 'मौनरागम-गुनगुनाती खामोशी' में नजर आएंगी। यह उनका पहला अनुभव है जब वे हिंदी भाषा के सीरियल में काम कर रही हैं।