क्या बिहार के विकास के लिए कृषि क्षेत्र में उन्नति जरूरी है? - रामकृपाल यादव
सारांश
Key Takeaways
- कृषि बिहार के विकास का मुख्य आधार है।
- 76 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।
- किसानों की खुशहाली प्राथमिकता है।
- कृषि रोड मैप के तहत कई कार्य चल रहे हैं।
- सीमित उद्योगों के बावजूद कृषि क्षेत्र में सुधार आवश्यक है।
पटना, 25 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने मंगलवार को मंत्रालय पहुंचकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन शुरू किया। उन्होंने बताया कि बिहार का विकास कृषि के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। राज्य की जीडीपी का 21 प्रतिशत हिस्सा कृषि से आता है। इसीलिए, बिहार के विकास के लिए कृषि क्षेत्र में उन्नति आवश्यक है।
रामकृपाल यादव ने पद ग्रहण करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि बिहार की 76 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है। हमारे पास अभी कोई बड़ा उद्योग नहीं है। हालांकि, राज्य और केंद्र सरकार बिहार में उद्योग स्थापित करने के लिए तेजी से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण है कि खुशहाल भारत के लिए मजबूत किसान होना आवश्यक है। हमारी प्रतिबद्धता है कि हम प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच के अनुसार कार्य करें और बिहार को एक मजबूत अर्थव्यवस्था की ओर ले जाएं।
कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने आगे कहा कि किसानों की खुशहाली हमारी पहली प्राथमिकता होगी और इसके लिए मैं सभी से सहयोग लेकर काम करूंगा। किसानों की आमदनी को दोगुना और तीन गुना करने के प्रयास किए जाएंगे। अक्सर किसानों को समय पर बीज, खाद और बिजली की समस्या का सामना करना पड़ता है, इसलिए हमारी प्राथमिकता इन समस्याओं के त्वरित समाधान पर होगी।
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक चुनौती है। केंद्र की योजनाओं को पारदर्शिता के साथ लागू करना हमारी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि रोड मैप के तहत कई कार्य चल रहे हैं, जिन्हें समय पर पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। पुराने कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि चुनाव के दौरान किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे। हाल ही में बिहार में कृषि की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।