क्या बिहार की जनता राहुल-तेजस्वी को मुंहतोड़ जवाब देगी?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा का बयान
- वोटर अधिकार यात्रा का संदर्भ
- बिहार की जनता की जागरूकता
- फर्जी मतदान और नकली वोटर कार्ड का मुद्दा
- राजनीतिक भ्रम और अनियमितताओं पर सवाल
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे भ्रम फैलाने वाली यात्रा बताया है।
ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से बिहार की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने राहुल-तेजस्वी को चेतावनी देते हुए कहा कि वे बिहार की जनता को मूर्ख समझने की गलती कर रहे हैं, लेकिन बिहार की जनता जागरूक है और उन्हें इसका करारा जवाब देगी।
सासाराम से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अपनी 'वोटर अधिकार यात्रा' शुरू करेंगे। राहुल गांधी और विपक्ष का दावा है कि भाजपा चुनाव आयोग के माध्यम से बिहार में चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है, जैसा कि उन्होंने महाराष्ट्र में किया।
वोटर अधिकार यात्रा को लेकर ऋतुराज सिन्हा ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या राहुल और तेजस्वी सात लाख नकली वोटर कार्ड, जो कथित तौर पर फर्जी मतदान के लिए इस्तेमाल होते हैं, या 22 लाख मृत व्यक्तियों के वोटर कार्ड्स जो अभी भी मतदाता सूची में हैं, को बचाने का प्रयास कर रहे हैं?
उन्होंने आगे कहा कि यह यात्रा उन 30 से 35 लाख वोटरों को बचाने के लिए है, जिन्होंने अस्थायी पते पर या फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवाया।
उन्होंने कहा कि ये वोटर, जिनके माता-पिता का नाम 2003 से पहले की वोटर लिस्ट में नहीं था, पिछले 10-15 वर्षों में फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से मतदाता सूची में शामिल हुए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ऐसी अनियमितताओं को संरक्षण देने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव महज वोट बैंक की राजनीति के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। बिहार की जनता इंडी अलायंस के जाल में नहीं फंसने वाली है। बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें करारा जवाब मिलेगा।