क्या बिहार में नीतीश सरकार सुशासन के प्रति प्रतिबद्ध है?

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार ने बिहार में सुशासन के लिए कई कदम उठाए हैं।
- बिहार में जंगलराज समाप्त किया गया है।
- हाल के दिनों में अपराध बढ़े हैं, लेकिन सरकार इसे नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है।
- भाजपा और एनडीए सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रतिबद्ध हैं।
- साजिश के तहत नीतीश कुमार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर भाजपा के राज्यसभा सांसद शंभू शरण पटेल ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि हाल के समय में बिहार में अपराध के मामले बढ़े हैं, लेकिन एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि नीतीश कुमार ने बिहार में 'जंगलराज' को समाप्त कर शांति स्थापित की, जो उन्हें लंबे समय तक सत्ता में बनाए रखी। यह सच है कि हाल के दिनों में अपराध के मामले बढ़े हैं। लेकिन, हमारी पार्टी और एनडीए सरकार, नीतीश कुमार के नेतृत्व में, सुशासन के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि उन्होंने बिहार में शांति और व्यवस्था को स्थापित किया। 2005 से पहले राजद के शासनकाल में बिहार में 'जंगलराज' था, जिसे हाईकोर्ट ने भी स्वीकार किया था। उस समय संगठित अपराध अपने चरम पर था, जातीय हिंसा और कई बड़े अपराधी सक्रिय थे।
उन्होंने बताया कि आज बिहार में उस तरह के संगठित अपराध नहीं हैं। अब जो मामले सामने आ रहे हैं, वे ज्यादातर निजी दुश्मनी या जमीन विवाद से संबंधित हैं। हमारी सरकार और प्रशासन इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं और इसे नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठा रही है। मुझे लगता है कि कुछ लोग साजिश के तहत नीतीश कुमार और एनडीए सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन, मैं स्पष्ट कर दूं कि हमारी सरकार अपराधियों को बख्शने वाली नहीं है। अपराधी या तो पकड़े जाएंगे या गंभीर परिणाम भुगतेंगे।
शंभू शरण पटेल ने राजद पर पलटवार करते हुए कहा, "तेजस्वी यादव को अपने शासनकाल को भी देखना चाहिए। 1990 से 2005 तक बिहार की स्थिति क्या थी? उस समय संगठित अपराध, हत्याएं और यहां तक कि एक मौजूदा आईएएस अधिकारी की पत्नी को भी नहीं छोड़ा गया। ये कोई आरोप नहीं, बल्कि दस्तावेजों में दर्ज सच्चाई है। आज बिहार में ऐसी स्थिति नहीं है।"
उन्होंने विश्वास जताया कि नीतीश कुमार और एनडीए सरकार बिहार में फिर से अमन-चैन स्थापित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी स्वयं बिहार की स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। 2005 में नीतीश कुमार और पुलिस प्रशासन ने जिस तरह अपराध पर नियंत्रण किया था, वही आज भी नीतीश कुमार हैं।