क्या बिहार में नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी?

सारांश
Key Takeaways
- पुलिस और एसटीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ सफल अभियान चलाया।
- गया और औरंगाबाद में विस्फोटक और हथियार बरामद किए गए।
- छापेमारी में नक्सली पर्चे और अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली।
- यह अभियान समाज में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
पटना, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में पुलिस और एसटीएफ को नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों में एक बड़ी सफलता मिली है। गया और औरंगाबाद जिलों में चलाए गए अभियान के दौरान, पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं।
पुलिस ने जानकारी दी कि गया के छक्करबन्धा जंगल में, पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने नक्सलियों द्वारा छुपाए गए हथियारों और सामान को बरामद किया। इस कार्रवाई में एक देसी पिस्तौल, एके-47 की 41 गोलियां, इंसास राइफल के कारतूस, नक्सली पर्चे, रसीद और कुछ आपत्तिजनक सामान शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, ये सामान नक्सलियों ने वहां छिपाकर रखा था।
इसी तरह, औरंगाबाद जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान मदनपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने पहाड़ी क्षेत्र से नक्सलियों द्वारा छुपाए गए तीन किलो बारूद, 50 मीटर तार और अन्य सामान बरामद किए। यह छापेमारी बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने की थी। पुलिस ने अब इस मामले में थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली है और आगे की जांच कर रही है।
यह ध्यान देने योग्य है कि बिहार पुलिस और एसटीएफ लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही हैं। इसी अभियान के तहत 14 जुलाई को एसटीएफ और जमुई पुलिस ने जमुई के चिहरा थाना क्षेत्र के पचकटिया के जंगल और पहाड़ी इलाकों में संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान पुलिस ने 46 डेटोनेटर, नक्सली किताबें और कुछ अन्य सामान बरामद किया था।