क्या भाजपा चुनाव के दौरान जांच एजेंसियों के माध्यम से राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाती है?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा अपने विरोधियों को चुनावी समय पर निशाना बना रही है।
- कांग्रेस और महागठबंधन ने इस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- बिहार की जनता इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव में वोट के माध्यम से जवाब देगी।
- महागठबंधन की एकजुटता चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
- भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता की जागरूकता बढ़ रही है।
नई दिल्ली, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव से संबंधित आईआरसीटीसी घोटाला मामले की सुनवाई ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों, विशेष रूप से कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, "बिहार में हमें पहले से पता था कि आज क्या होने वाला है। चुनाव के समय ऐसी कार्रवाई का चयन किया गया है। भाजपा हमेशा अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाती है, चाहे वह ईडी, सीबीआई या अदालतों के माध्यम से हो। लेकिन इसका बिहार चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, बल्कि इसका उल्टा असर होगा।"
उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता इस प्रकार की कार्रवाईयों को समझती है और इसका उत्तर विधानसभा चुनाव में वोट के माध्यम से देगी।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, "ऐसी कार्रवाइयों से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम दलितों और वंचितों की आवाज उठाने वाले लोग हैं। हम इंडी गठबंधन के साथ हैं और कोई भी हमें दबा नहीं सकता। हम तेजस्वी यादव के साथ मजबूती से खड़े हैं।"
शकील अहमद खान ने महागठबंधन की एकता पर जोर देते हुए कहा कि वर्तमान भ्रष्ट सरकार का जाना तय है और सीट बंटवारे को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "हम अपने सभी नेताओं के साथ दिल्ली में हैं और अपने वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन ले रहे हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। सीट बंटवारे पर जल्द ही निर्णय होगा। महागठबंधन एकजुटता से चुनाव लड़ेगा और बड़ी जीत हासिल करेगा।"
वहीं, भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने एनडीए की तैयारियों का उल्लेख करते हुए कहा, "एनडीए में सीट बंटवारा और उम्मीदवारों का चयन सकारात्मक तरीके से किया गया है। जल्द ही पूरी सूची जारी की जाएगी। जीतन राम मांझी ने स्पष्ट कहा है कि वह मरते दम तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे, जो प्रशंसनीय है। बिहार की जनता डबल इंजन सरकार के विकास कार्यों को देख रही है और हमें उम्मीद है कि हम बड़ी जीत हासिल करेंगे।"