क्या कांग्रेस की राजनीति का आधार केवल परिवारवाद है? राहुल गांधी ने पद का गलत इस्तेमाल किया: सुधांशु त्रिवेदी

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की राजनीति परिवारवाद पर आधारित है।
- राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष का गलत इस्तेमाल किया।
- भ्रष्टाचार कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को छुपा रहे हैं।
- भारत सरकार ने टीआरएफ को प्रतिबंधित किया।
- आगामी संसद सत्र में विपक्षी गठबंधन में टकराव दिखाई दे रहा है।
नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को 'राजनीतिक साजिश' करार देने की कड़ी आलोचना की। त्रिवेदी ने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में लिपटी हुई है।
त्रिवेदी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि कांग्रेस की राजनीति का मूल आधार केवल परिवारवाद है। उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी राज्यसभा में हैं, जबकि राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी लोकसभा में हैं। इतना ही नहीं, राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के पास बहुत सारी जमीनें हैं। कांग्रेस का परिवार सत्ता और संपत्ति पर नियंत्रण बनाए रखना चाहता है। त्रिवेदी ने सवाल उठाया कि यदि यह पारिवारिक मामला है, तो राहुल गांधी इसे राजनीतिक मुद्दा क्यों बना रहे हैं?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने बहनोई के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए नेता प्रतिपक्ष के पद का गलत इस्तेमाल किया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और इसके नेता एक-दूसरे के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी पर भी एक अन्य कांग्रेस नेता के बेटे के भ्रष्टाचार का बचाव करने का आरोप लगाया।
त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य समाज को क्षेत्र, भाषा और जाति के आधार पर विभाजित करना है ताकि वे सत्ता और भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्ति पर नियंत्रण बनाए रख सकें। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत सरकार ने आतंकवादी संगठन टीआरएफ को प्रतिबंधित कर एक कूटनीतिक सफलता हासिल की है। लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस को इसमें भी नकारात्मकता नजर आती है। उन्होंने कहा कि जो लोग विदेश नीति को 'सर्कस' कहते हैं, उन्हें अपने दिमाग के 'सर्किट' की जांच करानी चाहिए।
आगामी संसद सत्र के संदर्भ में त्रिवेदी ने कहा कि सत्र शुरू होने में दो दिन बाकी हैं, लेकिन विपक्षी इंडी गठबंधन में पहले ही टकराव और बिखराव स्पष्ट हो रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन से अलग होने के संकेत दिए। त्रिवेदी ने उम्मीद जताई कि विपक्ष संसद सत्र का सकारात्मक उपयोग करेगा, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए उन्होंने व्यंग्य किया, "जब रात इतनी मतवाली है, तो सुबह का आलम क्या होगा, यह देखने में पता चलेगा जब संसद का सत्र शुरू होगा।"