क्या सीबीआई ने परमिंदर सिंह को यूएई से भारत लाने में सफलता प्राप्त की?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने परमिंदर सिंह को यूएई से भारत लाने में सफलता प्राप्त की।
- इसमें कई सरकारी एजेंसियों का सहयोग शामिल था।
- यह कार्रवाई भारत में कानून व्यवस्था को मजबूत करेगी।
नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इंटरपोल चैनलों के माध्यम से एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। इस प्रक्रिया में, वांछित भगोड़ा परमिंदर सिंह उर्फ निर्मल सिंह उर्फ पिंडी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत लाया गया है।
परमिंदर सिंह पंजाब पुलिस द्वारा जबरन वसूली, आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने, हत्या के प्रयास और आपराधिक धमकी के मामलों में वांछित था। वह भारत से भाग चुका था।
अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग इकाई (आईपीसीयू), सीबीआई ने शुक्रवार को विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, एनसीबी-अबू धाबी और पंजाब पुलिस के सहयोग से वांछित रेड नोटिस जारी परमिंदर सिंह को भारत वापस लाने में सफलतापूर्वक समन्वय किया। उसे यूएई से पंजाब पुलिस की एक टीम द्वारा एस्कॉर्ट किया गया था।
इससे पहले, पंजाब पुलिस के अनुरोध पर सीबीआई ने 13 जून को इंटरपोल के माध्यम से रेड नोटिस जारी करवाया था। यूएई के अधिकारियों ने परमिंदर सिंह को गिरफ्तार किया और उसे भारत प्रत्यर्पित करने का निर्णय लिया।
इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस वांछित अपराधियों पर नजर रखने के लिए दुनिया भर की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भेजे जाते हैं।
भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई, इंटरपोल चैनलों के माध्यम से सहायता के लिए भारतपोल के माध्यम से देश में सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय करती है। पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल चैनलों के माध्यम से समन्वय करके 130 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है।