क्या सीसीटीवी निगरानी में हो रही यात्रा, उपद्रवियों की पहचान के बाद पोस्टर जारी होंगे?

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा का महत्व और श्रद्धा का सम्मान
- उपद्रवियों की पहचान और कार्रवाई
- सीसीटीवी निगरानी का महत्व
- सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासनिक तैयारी
- स्वच्छता का ध्यान रखना
मेरठ/लखनऊ, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक जनपदों में कांवड़ यात्रा के पवित्र अवसर पर शिवभक्तों का स्वागत कर उनकी श्रद्धा को मान दिया। मेरठ में उन्होंने खुद सड़क पर उतरकर कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की, वहीं कुछ जिलों में हेलिकॉप्टर से भी पुष्प बरसाकर श्रद्धा को नमन किया।
इसी दौरान मेरठ में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने उपद्रवियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा की आड़ में जो भी उपद्रव करेगा और इस पवित्र यात्रा को बदनाम करने का प्रयास करेगा, उसे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सावन माह में सभी का दिल से अभिनंदन करता हूं। देश के विभिन्न राज्यों से लाखों शिवभक्त हरिद्वार से पावन गंगाजल लेकर भगवान शिव के विभिन्न मंदिरों में जलाभिषेक करेंगे। बाबा औघड़नाथ मंदिर, पुरा महादेव मंदिर, दुग्धेश्वरनाथ मंदिर जैसे पवित्र स्थलों पर श्रद्धालु अपने भाव व्यक्त करेंगे। यह अत्यंत आनंददायक है कि इस यात्रा में युवा, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी मिलकर सामाजिक समता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ असामाजिक तत्व इस पवित्र यात्रा को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। कुछ तत्व सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से कांवड़ यात्रा को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। यह हर कांवड़ संघ, हर शिवभक्त का कर्तव्य है कि वे ऐसे उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें बेनकाब करें और प्रशासन को तुरंत सूचना दें।
सीएम योगी ने कहा कि पूरे मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और यात्रा समाप्त होने के बाद उपद्रवियों की पहचान कर उनके पोस्टर सार्वजनिक किए जाएंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए सरकार, प्रशासन, स्वयंसेवी संगठनों और धार्मिक संस्थाओं ने व्यापक व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और न ही यातायात या सुरक्षा से जुड़ी कोई समस्या आए, इसके लिए पूरा प्रशासन तैनात है। जगह-जगह पंडाल लगाए गए हैं, स्वागत शिविर बनाए गए हैं, और पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा व विश्राम की पूरी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने शिवभक्तों से निवेदन किया कि वे यात्रा के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। किसी सड़क, चौराहे या सार्वजनिक स्थल को गंदा न करें। यह यात्रा जितनी पवित्र है, उसकी गरिमा उतनी ही बनी रहनी चाहिए। शिवभक्तों को चाहिए कि वे लोक कल्याण के भाव के साथ यात्रा करें और दूसरों की असुविधा का भी ध्यान रखें।
इस दौरान सीएम योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला करते हुए कहा कि 2017 के पहले ऐसी पवित्र यात्राओं को प्रोत्साहन नहीं मिलता था, बल्कि उन्हें बाधित किया जाता था। आज जब श्रद्धा को सम्मान देने वाली सरकार है, तो हर शिवभक्त का भी कर्तव्य बनता है कि वह इस परंपरा को शांति और गरिमा के साथ आगे बढ़ाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी को उपद्रवियों की जानकारी मिले तो वह खुद कानून हाथ में लेने के बजाय प्रशासन को सूचना दे। हम सबका दायित्व बनता है कि इस पवित्र यात्रा की गरिमा बनी रहे। भगवान शिव लोकमंगल के देवता हैं, उनकी कृपा सब पर समान रूप से बरसती है। ऐसे में इस यात्रा को किसी भी प्रकार की हिंसा या अव्यवस्था से दूर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।