क्या चंडीगढ़ में कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक से सख्त कार्रवाई संभव है?
सारांश
Key Takeaways
- अनुशासन समिति का गठन मौजूदा मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई के लिए किया गया है।
- धर्मपाल मलिक ने बताया कि पार्टी अनुशासन बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
- समिति का उद्देश्य एक सकारात्मक वातावरण बनाना है।
चंडीगढ़, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता धर्मपाल मलिक, हरियाणा कांग्रेस अनुशासन समिति के चेयरमैन ने की।
बैठक के पश्चात उन्होंने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए समिति की कार्यप्रणाली, भविष्य की योजनाओं और संगठन को सशक्त बनाने की रणनीति का विवरण साझा किया।
धर्मपाल मलिक ने बताया कि 28 अक्टूबर से पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस समिति का मुख्य उद्देश्य आने वाली शिकायतों, घटनाओं और अनुशासनहीन गतिविधियों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि समिति का ध्यान केवल वर्तमान मामलों और नई शिकायतों पर होगा।
धर्मपाल मलिक ने कहा, "हम संसद या 2004 की विधानसभा से जुड़े पुराने मुद्दों को फिर से नहीं उठाएंगे। हमारा लक्ष्य केवल वर्तमान समस्याओं का समय पर समाधान करना है।"
उन्होंने बताया कि समिति ने राज्य को 5 क्षेत्रों में विभाजित किया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि टीम हर जिले में जाकर कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद कर सके।
टीम जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं को समझाएगी कि पार्टी अनुशासन क्यों आवश्यक है और इसे कैसे लागू किया जाना चाहिए। समिति का उद्देश्य एक सकारात्मक वातावरण तैयार करना है, जहां कार्यकर्ता अपनी समस्याएं खुलकर व्यक्त कर सकें और पार्टी समय पर समाधान प्रदान कर सके।
धर्मपाल मलिक ने कहा कि अनुशासन समिति का गठन संगठन को और अधिक सशक्त बनाने के लिए किया गया है।
मलिक ने यह भी कहा कि समिति पारदर्शिता, निष्पक्षता और समय पर कार्रवाई के सिद्धांतों पर कार्य करेगी। किसी भी शिकायत पर पक्षपात या देरी के बिना कदम उठाए जाएंगे। इससे न केवल कार्यकर्ताओं का विश्वास बढ़ेगा, बल्कि संगठन की एकजुटता भी मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि समिति को जो भी घटना, विवाद या नया मामला जानकारी में आता है, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।