क्या राहुल गांधी के चुनाव में धांधली के आरोपों में कोई सच्चाई है?
सारांश
Key Takeaways
- चुनाव प्रक्रिया कानून और नियमों के अनुसार चल रही है।
- राहुल गांधी के आरोप राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं।
- मतदाताओं को जागरूक रहना चाहिए।
नंदुरबार, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के चुनावों में धांधली के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री माणिकराव कोकाटे ने तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी हमेशा की तरह यह करते रहते हैं और आगे भी करते रहेंगे। इसमें कोई वास्तविकता नहीं है।"
मंत्री माणिकराव कोकाटे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान सभी उम्मीदवारों को फॉर्म दिए जाते हैं, जिनमें किसी भी प्रकार के डुप्लीकेट, अतिरिक्त या गलत नाम जोड़ने या हटाने का विकल्प होता है। उनका कहना है कि यदि कोई नाम गलत या दोहराया गया है, तो पार्टी के कर्मियों को सही फॉर्म जमा करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा, "यह उचित प्रक्रिया है, लेकिन उनकी पार्टी के लोग इसे सही तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं। इसके बावजूद मीडिया के सामने बार-बार यह दावा किया जाता है कि चुनाव में डुप्लीकेट या त्रुटि हुई है।"
मंत्री ने कहा कि चुनाव के समय को लेकर उठाए गए सवाल पूरी तरह राजनीतिक बयानबाजी हैं। मेरी राय में इसका कोई वास्तविक अर्थ नहीं है। चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से कानून और नियमों के तहत चल रही है और यह केवल विपक्ष की राजनीतिक चाल है।
माणिकराव कोकाटे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के दौरान मीडिया में आरोप लगाना और जनता के सामने मुद्दा बनाना उनकी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह किसी भी तरह से चुनाव की निष्पक्षता या पारदर्शिता को प्रभावित नहीं करता।
मंत्री ने मतदाताओं से भी अपील की कि वे इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी में नहीं आएं और अपने मताधिकार का प्रयोग जागरूक होकर करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा तय किए गए नियम और प्रक्रिया का पालन सभी उम्मीदवारों और पार्टियों द्वारा किया जा रहा है।