क्या कांग्रेस ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए हैं? : जयराम ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
- सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस के सवाल उठाने का उल्लेख।
- हिमाचल प्रदेश में जल त्रासदी का गंभीर नुकसान।
- केंद्र सरकार की सहायता में कमी का मुद्दा।
- स्थानीय लोगों की समस्याओं पर ध्यान देने की आवश्यकता।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के उस बयान पर तीखा जवाब दिया, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को 'क्लीन चिट' दी। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बारे में सवाल उठा चुकी है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस ने किसी चीज के सबूत की मांग की है। कांग्रेस ने पहले भी सर्जिकल और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए हैं और अब वह पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रही है। पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद कहां से आता है, कौन उसे पनाह देता है और किस प्रकार से भारत ने आतंकवाद का जवाब दिया। भारतीय सेना ने 22 मिनट के ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पूरी दुनिया को यह संदेश दे दिया कि हम एक बड़ी ताकत हैं।
हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को लेकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह मुलाकात बहुत सकारात्मक रही। उन्होंने जानकारी दी कि पीएम से मुलाकात के दौरान, मैंने हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई जल त्रासदी के बारे में चर्चा की। मंडी जिले के अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, जिनमें से मेरा विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। मेरे क्षेत्र में लगभग एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश को करोड़ों रुपए की मदद दी जाती है, लेकिन वह मदद प्रभावित लोगों तक नहीं पहुंचती। प्रभावित क्षेत्रों और लोगों को उचित सहायता मिलनी चाहिए।
उन्होंने आगे बताया कि हिमाचल प्रदेश में राजस्व मंत्री नुकसान का आकलन करने आए थे और सिर्फ एफआईआर करके चले गए। केस इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने संस्थान बदले, जिसका लोगों ने विरोध किया। लोगों ने कहा कि राहत कार्य धीमी गति से चल रहा है, जिसमें तेजी आनी चाहिए। इस दौरान लोगों को धमकी दी गई और दबाव बनाने का प्रयास किया गया। विरोध करने पर 62 लोगों पर केस दर्ज किया गया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। इस विषय पर मैंने मुख्यमंत्री से बातचीत की है।