कांग्रेस नेताओं ने बिहार में पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजह बताई? बोले-आत्मचिंतन की जरूरत

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कांग्रेस नेताओं ने बिहार में पार्टी के खराब प्रदर्शन की वजह बताई? बोले-आत्मचिंतन की जरूरत

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रियाएं। शशि थरूर, मुमताज पटेल और अन्य नेताओं ने नतीजों पर चिंता जताई है। क्या कांग्रेस को आत्ममंथन करना होगा?

Key Takeaways

  • कांग्रेस को आत्ममंथन की आवश्यकता है।
  • संगठनात्मक कमजोरी को दूर करना होगा।
  • स्थानीय समस्याओं को समझना जरूरी है।
  • दोषारोपण से बचना चाहिए।
  • कार्यकर्ताओं की आवाज़ को सुनना आवश्यक है।

पटना, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अविस्मरणीय प्रदर्शन के बाद पार्टी के कई प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इस संदर्भ में कांग्रेस सांसद शशि थरूर से लेकर मुमताज पटेल तक सभी ने चुनावी नतीजों पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि बिहार चुनाव में जीत स्पष्ट रूप से एनडीए के पक्ष में है। उन्होंने इसे बेहद निराशाजनक बताया और कहा कि यदि यही अंतिम परिणाम रहा, तो पार्टी को गंभीर आत्ममंथन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि केवल बैठकर विचार करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह देखना होगा कि रणनीति, संदेश या संगठनात्मक स्तर पर क्या गलत हुआ।

कांग्रेस नेता कृपानंद पाठक ने कहा कि राज्य में जिम्मेदार व्यक्तियों ने सही जानकारी नहीं पहुंचाई। उन्होंने बताया कि सही जानकारी इकट्ठा नहीं हुई और आवश्यक बातें उच्च अधिकारियों तक नहीं पहुंची। उनका कहना है कि यह गलती या लापरवाही हो सकती है, लेकिन इतनी बड़ी चूक कैसे संभव है? लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन आवश्यक मामलों की सही जानकारी नहीं पहुंची। अब अधिकारियों को इस पर ध्यान देना होगा, नहीं तो इससे गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है।

कांग्रेस नेता और पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि यह पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी को दर्शाता है। उनका कहना है कि किसी भी चुनाव में पार्टी की जीत का आधार उसकी संगठनात्मक शक्ति होती है। अगर संगठन कमजोर हो और प्रभावी तरीके से कार्य न करे, तो परिणाम प्रभावित होता है।

उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सभी उम्मीदवार योग्य थे, लेकिन शायद कुछ बेहतर उम्मीदवार का चयन किया जा सकता था। संगठन को रणनीतिक बुद्धिमानी से कार्य करना चाहिए था और हर क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति बनानी चाहिए थी।

कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने चुनाव परिणाम पर कहा कि पार्टी को यह देखना होगा कि कहां वह पिछड़ गई। उन्होंने नीतीश कुमार और एनडीए को बधाई दी और कहा कि चुनाव में अनावश्यक दोस्ताना मुकाबला नहीं होना चाहिए था।

उन्होंने यह भी कहा कि आरजेडी के संजय यादव और हमारी पार्टी के कृष्णा अलावरू बेहतर तरीके से समझा सकते हैं कि चुनाव में खराब प्रदर्शन क्यों हुआ।

बिहार चुनाव में कांग्रेस की कमियों को लेकर पूर्व कांग्रेस नेता शकील अहमद का कहना है कि वे कांग्रेस में नहीं हैं। उन्हें इस पर नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि टिकट वितरण के तुरंत बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि फलां व्यक्ति ने गलत कारणों से टिकट बांटे हैं।

वित्तीय अनियमितताओं और अन्य मुद्दों का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इसकी जांच होगी और यदि आरोप सही हैं और टिकट अन्य कारणों से दिए गए हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

बिहार में एआईएमआईएम के बेहतर प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि नतीजे चौंकाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 2010 में जब कांग्रेस ने बिना गठबंधन के चुनाव लड़ा था, तब चार सीटें जीती थीं। इनमें से तीन सीमांचल में थीं और एक सीट भागलपुर से पूर्व अध्यक्ष सदानंद बाबू ने जीती थी।

दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने कहा कि अब कोई बहाने नहीं, कोई दोषारोपण नहीं। समय है सच्चाई स्वीकार करने का। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से पार्टी के साथ खड़े वफादार कार्यकर्ता लगातार पार्टी की सफलता का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हर बार सत्ता केवल कुछ लोगों के हाथ में केंद्रित होने की वजह से उन्हें निराशा ही मिलती है। ये लोग ज़मीन की वास्तविकता से पूरी तरह कटे हुए हैं और बार-बार पार्टी में महत्वपूर्ण पद पा रहे हैं, जो कांग्रेस के लगातार हारने का कारण बन रहे हैं।

Point of View

NationPress
14/11/2025

Frequently Asked Questions

बिहार चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहा?
कांग्रेस का प्रदर्शन बिहार चुनाव में निराशाजनक रहा, जो कि पार्टी के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
कांग्रेस नेताओं ने क्या कहा?
कांग्रेस नेताओं ने चुनाव परिणाम पर गहरी चिंता व्यक्त की और आत्ममंथन की आवश्यकता बताई।
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