क्या मध्य प्रदेश में ओबीसी आरक्षण 27 प्रतिशत करने के लिए कांग्रेस आंदोलन करेगी?

सारांश
Key Takeaways
- ओबीसी आरक्षण को लेकर कांग्रेस का आंदोलन शुरू होगा।
- बीजेपी सरकार पर ओबीसी समाज के साथ अन्याय का आरोप।
- कांग्रेस का कहना है कि संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक ओबीसी को उनका हक नहीं मिलता।
भोपाल, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश की कांग्रेस पार्टी ने मोहन यादव सरकार पर अन्य पिछड़ा वर्ग के खिलाफ अन्याय करने का आरोप लगाया है। पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि वह ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए आंदोलन का रास्ता अपनाएगी।
प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि मध्य प्रदेश में 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण तुरंत लागू नहीं हुआ, तो कांग्रेस ओबीसी समाज के हित में प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शन, रैलियां, घेराव और जन-जागरण अभियान शुरू करेगी। यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक ओबीसी समुदाय को उनका हक नहीं मिल जाता, चाहे इसके लिए हमें सत्ता के गलियारों को हिलाना ही क्यों न पड़े।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने ओबीसी समाज के साथ धोखाधड़ी, विश्वासघात और शर्मनाक अन्याय की सारी हदें पार कर दी हैं। ओबीसी वर्ग को उनका हक न मिले, इसके लिए संविधान के मूल ढांचे के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के बार-बार के स्पष्ट और कड़े निर्देशों को नकारते हुए, मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार ओबीसी को उनके 27 प्रतिशत आरक्षण के संवैधानिक हक से वंचित रख रही है। यह ओबीसी विरोधी मानसिकता का सबसे घिनौना और क्रूर चेहरा है, जो लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक न्याय की हत्या कर रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार ओबीसी समाज के हक को कुचलने की साजिश में संलिप्त है और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी ठुकरा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो मध्य प्रदेश कांग्रेस ओबीसी समाज के साथ मिलकर पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू करेगी।