क्या सोनिया गांधी ने देश के लिए अपार योगदान दिया है? : अतुल लोंढे पाटिल
सारांश
Key Takeaways
- सोनिया गांधी ने देश के प्रति महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- आरोपों का खंडन करते हुए अतुल लोंढे पाटिल ने भाजपा पर निशाना साधा।
- राजनीति में भय का कोई स्थान नहीं है।
- झूठे दस्तावेजों के आधार पर सवाल उठाना उचित नहीं है।
- भाजपा की सत्ता में वृद्धि को सहमति से चुनौती दी जा रही है।
नागपुर, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने मंगलवार को वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, सोनिया गांधी एक सम्मानित व्यक्ति हैं, जो इस देश की बेटी बनकर जिंदा रहीं। उन्होंने अपनी सास को खून से लथपथ होते देखा और अपने पति को टुकड़ों में समेटकर लाईं। इसके बावजूद, उन्होंने अपने इकलौते बेटे को राजनीति में आने की अनुमति दी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब देश को उनकी ज़रूरत थी, तो उन्होंने खुद को राजनीति के लिए समर्पित कर दिया। वे आठ वर्षों तक राजनीति में नहीं रहीं। आज उनकी नागरिकता के संबंध में झूठे दस्तावेज दिखाकर उन पर सवाल उठाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जा सकता। कुछ लोग झूठे सवाल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जो वर्तमान में बेमतलब हैं।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम आप लोगों से डरने वाले नहीं हैं। जब हम अंग्रेजों से नहीं डरे, तो आप लोगों से कैसे डरेंगे? आप लोगों से डरने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने आगे कहा कि सोनिया गांधी के संबंध में जो दस्तावेज पेश किए गए हैं, उनमें झूठ साफ दिखता है। उस समय दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नहीं कहा जाता था, जिससे झूठ स्पष्ट हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने हिंदुस्तान की नागरिकता मिलने के बाद ही मतदान का अधिकार इस्तेमाल किया था। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा जितना भी अपनी संवैधानिक संस्थाओं पर नियंत्रण कर ले, लेकिन देशभक्ति के हमारे जज्बे को ये लोग समाप्त नहीं कर सकते हैं।