क्या कांग्रेस सत्ता की छटपटाहट में मर्यादा लांघ रही है : ओपी चौधरी?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की स्थिति में गिरावट और उसकी छटपटाहट.
- ओपी चौधरी का कांग्रेस पर तंज.
- पटना हाईकोर्ट का सख्त निर्देश.
- राहुल गांधी के आरोप और उनकी प्रतिक्रिया.
- पीएम मोदी का विकास में योगदान.
रायपुर, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता की छटपटाहट में कांग्रेस बार-बार मर्यादा को लांघ रही है।
वित्त मंत्री का यह बयान उस समय आया है जब बिहार कांग्रेस ने पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया। इस वीडियो पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। पटना हाईकोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया और कांग्रेस को सख्त निर्देश दिया कि इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाए।
पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत की। उन्होंने कांग्रेस को डूबती हुई नाव करार दिया।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से सत्ता से बेदखल रहने के कारण कांग्रेस में बेचैनी बढ़ गई है। इसलिए, वे लगातार मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं। ओपी चौधरी ने कहा कि पटना हाईकोर्ट के निर्देश से यह स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस पार्टी राजनीति में किस स्तर तक जा सकती है। उन्होंने कहा कि देश कांग्रेस और इंडी गठबंधन की हकीकत देख चुका है। हर चुनाव में जनता ने कांग्रेस को सबक सिखाया है। हाल के चुनावों में जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया है क्योंकि उन्हें विश्वास है कि भाजपा का नेतृत्व सबसे शानदार है, जिसमें सभी को साथ लेकर चलने की बात की जाती है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की और एक बार फिर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। इस पर ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास उन्हें पढ़ना चाहिए। संविधान का दुरुपयोग कर कांग्रेस ने आपातकाल लगाया। वहीं, पीएम मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, जिसे कांग्रेस पार्टी और इंडी अलायंस के दल बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए वे बेबुनियाद आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस आरोप लगाती है, तब जनता उन्हें मुंह तोड़ जवाब देती है।
उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक प्रगति कर रहा है। उनकी प्राथमिकताएं हमेशा आकांक्षी राज्यों और जिलों पर केंद्रित रही हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ का विशेष स्थान है। स्वतंत्रता के दशकों बाद भी जब छत्तीसगढ़ का रेलवे नेटवर्क सीमित था, पीएम बनने के बाद उन्होंने पिछड़े और विकासशील क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ में अपनी पहली यात्रा में दंतेवाड़ा की एजुकेशन सिटी और लाइवलीहुड कॉलेज जैसी महत्वपूर्ण जगहों को प्राथमिकता दी। बस्तर जैसे क्षेत्र में जितने दौरे उन्होंने किए हैं, उतने अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों ने मिलाकर भी यात्रा नहीं की होगी।