क्या चैतन्यानंद दिल्ली पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं? 'टॉर्चर रूम' की जांच की गई!

सारांश
Key Takeaways
- स्वामी चैतन्यानंद पर गंभीर आरोप हैं।
- दिल्ली पुलिस क्राइम सीन का मेमो तैयार कर रही है।
- पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच की है।
- अब तक 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।
- मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। स्वामी चैतन्यानंद महाराज के खिलाफ छात्राओं द्वारा किए गए यौन शोषण के आरोपों में दिल्ली पुलिस सीन ऑफ क्राइम का मेमो तैयार कर रही है। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, सोमवार की सुबह एक टीम ने चैतन्यानंद को उनके इंस्टीट्यूट ले जाकर, जहां आरोपी से निशानदेही कराई गई।
हाल ही में, दिल्ली पुलिस ने अदालत में रिमांड की याचिका पेश करते हुए कहा था कि क्राइम सीन का मेमो तैयार करना आवश्यक है, जिसमें घटनास्थल की विस्तृत जानकारी शामिल की जाएगी। पुलिस का कहना है कि स्वामी चैतन्यानंद जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस क्राइम सीन का मेमो तैयार करने के साथ-साथ अन्य साक्ष्य जुटाने में तेजी से कार्य कर रही है।
सोमवार को चैतन्यानंद को इंस्टीट्यूट के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एक विशेष कमरे, जिसे 'टॉर्चर रूम' कहा जाता है, में ले जाया गया। पीड़ित छात्राओं ने अपनी शिकायतों में उल्लेख किया था कि चैतन्यानंद इस कमरे में छात्राओं को व्यक्तिगत रूप से बुलाता था।
पुलिस ने इंस्टीट्यूट में लगे सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन की जांच की और पाया कि किन-किन कैमरों का एक्सेस चैतन्यानंद के पास था, और वह इन कैमरों के माध्यम से छात्राओं की गतिविधियों पर नजर रखता था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि चैतन्यानंद ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई छात्राओं को डोमेस्टिक और विदेशी यात्राओं पर अपने साथ ले गया था। अब पुलिस उन छात्राओं की पहचान करने में जुटी है, जिन्हें चैतन्यानंद ने विदेश या अन्य राज्यों में ले जाया था।
अब तक, दिल्ली पुलिस ने 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से 16 ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत की है। इन बयानों में कुछ छात्राओं ने विदेश यात्राओं का उल्लेख किया है, लेकिन कितनी छात्राओं को विदेश ले जाया गया, इसकी सटीक जानकारी अब भी जुटाई जा रही है।