क्या युवा केवल देश के भविष्य निर्माता हैं, या परंपरा के संरक्षक भी? : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

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क्या युवा केवल देश के भविष्य निर्माता हैं, या परंपरा के संरक्षक भी? : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

सारांश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने युवाओं से अपील की कि वे स्काउट्स एंड गाइड्स के सिद्धांतों को अपनाएं, जिससे न केवल वे अपने भविष्य के निर्माता बन सकें, बल्कि संस्कृति और परंपरा के संरक्षक भी। यह जम्बूरी युवाओं के सशक्तिकरण का एक प्लेटफार्म है।

Key Takeaways

  • युवाओं का सशक्तिकरण देश के विकास के लिए आवश्यक है।
  • स्काउट्स और गाइड्स का सिद्धांत जीवन में अनुशासन और सेवा की भावना को बढ़ाता है।
  • जम्बूरी में भाग लेकर टीम भावना को मजबूत किया जा सकता है।
  • पर्यावरण संरक्षण के लिए हरित जम्बूरी का आयोजन किया गया।
  • युवाओं को सरकारी पहल से सशक्त किया जा रहा है।

लखनऊ, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत स्काउट्स एंड गाइड्स की डायमंड जुबली और 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी के समापन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने युवा सामर्थ्य का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि सभी युवा प्रकृति के साथी होने के स्काउट्स और गाइड्स के सिद्धांत को अपनाएं और आगे बढ़ें, तो हमारी धरती हरी-भरी और खुशहाल रहेगी।

उन्होंने कहा कि आप केवल देश के भविष्य के निर्माता नहीं हैं, बल्कि इसकी भव्यता और महान संस्कृति के संरक्षक भी हैं। जिस प्रकार एक दीपक से अनेक दीपक जलाए जा सकते हैं, उसी प्रकार एक सशक्त, समृद्ध और संवेदनशील व्यक्ति अनेक व्यक्तियों को सशक्त और समृद्ध बना सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आप सभी अपनी प्रतिभा और कौशल को देश के विकास में लगाएँगे।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जम्बूरी में देशभर के 35 हजार से अधिक युवा भाग ले रहे हैं और 25 देशों के 2 हजार स्काउट्स और गाइड्स भी उपस्थित हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि इस अवसर का उपयोग एक-दूसरे को जानने-समझने के लिए करें और अपने अनुभव तथा सपने साझा करें। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि जम्बूरी के दौरान अनेक प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन हुआ, जिनसे नई सीख मिलती है और टीम भावना मजबूत होती है। प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ सहयोग की भावना भी राष्ट्र और समाज के उत्थान के लिए अनिवार्य है।

राष्ट्रपति ने बताया कि आज भारत में 63 लाख से अधिक स्काउट्स और गाइड्स हैं और यह विश्व के सबसे बड़े संगठनों में से एक है। गाइड यानी छात्राओं की संख्या 25 लाख से अधिक है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। उन्होंने उन बेटियों को बधाई दी जिन्होंने समाज और मानवता के कल्याण के लिए अनुशासन, समर्पण और निरंतर प्रगति के मार्ग को अपनाया है। स्काउट्स और गाइड्स लंबे समय से युवाओं को सही दिशा देने, उन्हें अनुशासित बनाने और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अनुसार, स्काउट्स और गाइड्स की सबसे बड़ी विशेषता सेवा का भाव है। चाहे भूकंप आए या महामारी फैले, स्काउट्स और गाइड्स सबसे पहले सहायता के लिए आगे आते हैं। संगठन की एक अन्य विशेषता राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। विभिन्न राज्यों, धर्मों और संस्कृतियों से आने वाले युवा जब साथ प्रशिक्षण लेते हैं, तो उनमें आपसी सम्मान, भाईचारा और टीमवर्क की भावना प्रबल होती है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि समय के साथ यह संगठन जीवन कौशल, नेतृत्व, पर्यावरण जागरूकता और व्यक्तित्व विकास जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देकर स्वयं को आधुनिक बना रहा है।

उन्होंने कहा कि यह संगठन ऐसी युवा पीढ़ी तैयार कर रहा है जो सशक्त, संवेदनशील और देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता ही देश की प्रगति का आधार है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी विकास यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव पर है और वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य तभी संभव है जब हमारी अधिकांश युवा आबादी इसे प्राप्त करने के लिए दृढ़ता से प्रयास करे।

उन्होंने कहा कि युवाओं को उचित मंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार अनेक प्रयास कर रही है, जिनमें 'मेरा युवा' जैसी पहल महत्वपूर्ण है। यह पहल युवाओं को सशक्त बनाने और उनकी ऊर्जा को राष्ट्र निर्माण की दिशा में लगाने के लिए समर्पित है।

राष्ट्रपति ने कहा कि स्काउट्स और गाइड्स का आदर्श वाक्य है 'तैयार रहो।' इसका अर्थ है कि आपको भविष्य की चुनौतियों का साहस और आत्मविश्वास के साथ सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। इसके लिए आवश्यक है कि आप में संवाद क्षमता, टीम समन्वय, समस्या समाधान और नेतृत्व जैसे कौशल विकसित हों। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया और कहा कि पर्यावरण-अनुकूल आदतों को जीवन में अपनाकर ही इस वैश्विक समस्या से निपटा जा सकता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस जम्बूरी को 'हरित जम्बूरी' के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जहां वेस्ट सेग्रिगेशन और प्लास्टिक-मुक्त परिसर जैसे कदम लागू किए गए हैं। अंत में उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आयोजकों को बधाई दी।

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जम्बूरी में आना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि उद्घाटन और समापन दोनों सत्रों में प्रतिभागियों के कौशल को देखने का अवसर मिला। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में जम्बूरी के माध्यम से वर्षों से करोड़ों छात्र–छात्राओं को लाभान्वित करने वाले अवॉर्डियों को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि 61 वर्ष बाद उत्तर प्रदेश में आयोजित जम्बूरी ने स्वावलंबी, स्वदेशी, स्वच्छ और विकसित भारत की भावना को साकार किया है।

युवाओं को देश का वर्तमान और भविष्य बताते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी युवा शक्ति को राष्ट्र शक्ति मानते हैं क्योंकि युवा ऊर्जा और सकारात्मक सोच राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में स्काउटिंग और गाइडिंग केवल कौशल ही नहीं, बल्कि करुणा, निष्ठा, साहस और मानवता जैसे मूल्यों का कवच भी प्रदान करती है। इन्हीं मूल्यों को जम्बूरी ने पुनः स्थापित किया है। राज्यपाल ने स्काउट्स और गाइड्स से आग्रह किया कि वे यहां मिली सीख को जीवन में उतारें और समाज में सकारात्मक परिवर्तन का माध्यम बनें क्योंकि भारतीयता का मूल भाव सेवा ही है और यही भारत की आत्मा है जिससे नया भारत आकार लेगा।

Point of View

बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि युवा शक्ति राष्ट्र के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन करके, हम एक सशक्त और समृद्ध भारत की ओर बढ़ सकते हैं।
NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रपति मुर्मू ने युवाओं को क्या संदेश दिया?
उन्होंने युवाओं से स्काउट्स और गाइड्स के सिद्धांतों को अपनाने का आग्रह किया, ताकि वे अपनी प्रतिभा और कौशल का उपयोग देश के विकास में कर सकें।
जम्बूरी में कितने युवा भाग ले रहे हैं?
जम्बूरी में देशभर के 35 हजार से अधिक युवा भाग ले रहे हैं।
स्काउट्स और गाइड्स का आदर्श वाक्य क्या है?
स्काउट्स और गाइड्स का आदर्श वाक्य है 'तैयार रहो'।
इस संगठन की विशेषता क्या है?
इस संगठन की सबसे बड़ी विशेषता सेवा का भाव है, जो भूकंप या महामारी जैसी स्थितियों में सहायता के लिए सबसे पहले आगे आते हैं।
2027 तक भारत का विकास कैसे संभव है?
भारत का विकास तभी संभव है जब युवा आबादी इसे प्राप्त करने के लिए दृढ़ता से प्रयास करे।
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