क्या ईडी ने पुणे और बारामती में 10 करोड़ की डेयरी निवेश धोखाधड़ी के मामले में छापा मारा?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने पुणे और बारामती में छापे मारे।
- डेयरी निवेश धोखाधड़ी के तहत 10 करोड़ रुपये की ठगी हुई।
- मुख्य आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
- धोखाधड़ी में कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं।
- ईडी अब पैसे के गुम होने के रास्तों की जांच कर रही है।
पुणे, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पुणे और बारामती में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़े स्तर पर तलाशी अभियान प्रारंभ किया है।
यह कार्रवाई डेयरी क्षेत्र में निवेश के नाम पर हुई लगभग 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित है। ईडी की टीम ने पुणे में दो और बारामती में तीन स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इन स्थलों का संबंध मुख्य आरोपियों विद्यानंद धैरी और आनंद लोखंडे से है।
जांच में सामने आया है कि बारामती डेयरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने इन दोनों आरोपियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज की थी। कंपनी का आरोप है कि आनंद सतीश लोखंडे (28 वर्ष) और उनकी पत्नी विद्या सतीश लोखंडे (24 वर्ष), जो बारामती तालुका के जालोची गांव के निवासी हैं, ने डेयरी कारोबार में निवेश करने का प्रलोभन देकर लोगों से 10.21 करोड़ रुपये ठग लिए। आरोपियों ने निवेशकों को अत्यधिक लाभ का आश्वासन देकर उन्हें धोखा दिया, लेकिन न तो पैसा वापस किया और न ही कोई व्यवसाय आरंभ किया।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इस धोखाधड़ी में पुणे और मुंबई के कई महत्वपूर्ण व्यापारी शामिल हो गए हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि ठगी का शिकार हुए लोगों में कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। आरोपियों ने लोगों का विश्वास जीतने के लिए स्वयं को बारामती डेयरी से जुड़ा हुआ बताया और झूठे दस्तावेज प्रस्तुत किए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईडी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि धोखाधड़ी में जुटाया गया धन कहाँ गया और क्या इसे कहीं और निवेश किया गया या हवाला के माध्यम से बाहर भेजा गया। जांच एजेंसी को संदेह है कि यह राशि कई परतों में छिपाई गई है। इसी प्रक्रिया में अलग-अलग स्थानों से दस्तावेज, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
फिलहाल दोनों मुख्य आरोपी फरार हैं। ईडी उनकी तलाश कर रही है और शीघ्र ही उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। यह मामला एक बार फिर निवेश के नाम पर होने वाली ठगी की बढ़ती घटनाओं को उजागर करता है, जहाँ लोग ऊँचे रिटर्न के लालच में अपनी जीवन भर की जमा पूंजी खो देते हैं।