क्या यह एक स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत है? सम्राट चौधरी ने तारापुर के सभी परिवारजनों का आभार व्यक्त किया
सारांश
Key Takeaways
- सम्राट चौधरी ने तारापुर में ऐतिहासिक जीत प्राप्त की।
- एनडीए को चुनाव में महत्वपूर्ण बढ़त मिली है।
- तेजस्वी यादव को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
- नीतीश कुमार की लोकप्रियता ने चुनाव परिणामों को प्रभावित किया।
- बिहार की जनता स्थिरता चाहती है।
पटना, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव की मतगणना के प्रारंभिक रुझानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को उल्लेखनीय बढ़त प्राप्त होती नजर आ रही है। इस बीच, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपनी सीट तारापुर में आगे चल रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि मेरी जन्मभूमि तारापुर के सभी परिवारजनों के आशीर्वाद से हमें ऐतिहासिक जीत मिली है। मैं हर एक परिवारजनों के सामने नतमस्तक हूं, आभारी हूं, और यह एक स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत है। बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार और अभिनंदन।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 30 में से 22 राउंड की गिनती में भाजपा प्रत्याशी सम्राट चौधरी को तारापुर में 91321 वोट मिले हैं, जबकि दूसरे स्थान पर आरजेडी के अरुण कुमार को 60095 वोट प्राप्त हुए हैं। सम्राट चौधरी 31226 वोटों से आगे चल रहे हैं। तीसरे स्थान पर जन सुराज पार्टी के संतोष कुमार सिंह हैं, जिनके खाते में 2655 वोट आए हैं।
वहीं, जदयू सांसद संजय झा ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव को यह समझना चाहिए कि कहां कमी रह गई। उनके जबरदस्ती वाले बयान पर नीतीश कुमार की लोकप्रियता भारी पड़ी है। एनडीए की बढ़त के बीच जदयू सांसद ने कहा कि नतीजे हमारी उम्मीदों के अनुरूप हैं। मुझे लगता है कि एनडीए भारी अंतर से जीतेगा।
जदयू सांसद ने तेजस्वी के शपथ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह तो सीएम बनने का सपना देख रहे थे, जबकि उनकी पार्टी के लोग आपस में विभाग बांट रहे थे। लेकिन यह जनता ही तय करती है। हम चुनावी मैदान में थे। नीतीश कुमार ने जनता से संपर्क किया। मुख्यमंत्री को देखकर लोगों के चेहरों पर जो खुशी थी, उससे हमें लगा कि पूरे बिहार की जनता एक बार फिर एनडीए सरकार और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री देखना चाहती है।