क्या फरीदाबाद में बरामद विस्फोटक बड़ी इमारतों को ध्वस्त करने के लिए पर्याप्त था?
सारांश
Key Takeaways
- फरीदाबाद में बड़ी मात्रा में विस्फोटक की बरामदगी हुई है।
- सेवानिवृत्त कर्नल आदित्य प्रताप सिंह ने इसकी गंभीरता बताई है।
- बरामद अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग विनाशकारी तरीके से किया जा सकता था।
- दिल्ली के लाल किला विस्फोट से संभावित संबंध।
- सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता।
लखनऊ, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के फरीदाबाद में हाल ही में बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री का पता चला है। इस पर भारतीय सेना के सेवानिवृत्त कर्नल आदित्य प्रताप सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जिस मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ है, यह विशाल इमारतों को ध्वस्त करने के लिए पर्याप्त है।
सेवानिवृत्त कर्नल आदित्य प्रताप सिंह ने कहा, "प्राप्त जानकारी के अनुसार, बरामद अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा लगभग 3,000 किलोग्राम थी, जो बड़ी इमारतों को ध्वस्त करने के लिए पर्याप्त थी। यदि इसे विभिन्न स्थानों पर प्रयोग किया जाता, तो इससे कई छोटी इमारतों को भी गंभीर नुकसान हो सकता था। इतनी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट वास्तव में भयावह विस्फोट का कारण बन सकता था।"
उन्होंने कहा कि जैसे मुंबई सीरियल धमाकों में आरडीएक्स के साथ-साथ कई मामलों में अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग किया गया था। इसी प्रकार, 2005 में उत्तर प्रदेश में हुए धमाकों और 2008-09 में दिल्ली में हुई घटनाओं में भी अमोनियम नाइट्रेट का प्रयोग हुआ था। वास्तव में, यदि आप 2005 से 2013 के बीच हुए धमाकों का अवलोकन करें, तो अधिकांश मामलों में अमोनियम नाइट्रेट का उपयोग किया गया था।
दिल्ली के लाल किला के निकट हुए विस्फोट के संदर्भ में उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि फरीदाबाद में बरामद विस्फोटक सामग्री से एक खेप का उपयोग कर दिल्ली में घटना को अंजाम दिया गया है।"
उल्लेखनीय है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार की शाम को एक कार में हुए भयानक विस्फोट में 10 लोगों की जान चली गई। इस घटना में कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज किया जा रहा है। इस विस्फोट से आस-पास के मकानों के शीशे टूट गए और कई कारें इसकी चपेट में आ गईं।