क्या गुजरात में ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर ठगी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- मानव तस्करी का नया पहलू सामने आया है।
- धोखाधड़ी का शिकार लोग तेहरान में बंधक बनाए गए।
- पुलिस ने जरीक अहमद खान और अन्य को गिरफ्तार किया।
- फिरौती की मांग के मामले में 2 करोड़ रुपए की राशि का जिक्र है।
- इस घटना ने समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया।
गांधीनगर, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के गांधीनगर के मानसा तालुका स्थित बापूपुरा गांव में मानव तस्करी और जबरन वसूली का एक नया मामला सामने आया है। दिल्ली के एक एजेंट और उसके सहयोगियों ने चार व्यक्तियों को ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा देकर उन्हें ईरान के तेहरान में बंधक बना लिया।
जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने इन लोगों से 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और उन्हें असहनीय यातनाएं दीं। इसके बाद, जब फिरौती मिली, तो इन चारों को तेहरान एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया, जहां से वे सुरक्षित भारत लौट आए।
मामले के उजागर होने के बाद मानसा थाने में शिकायत दर्ज की गई और पुलिस ने जांच प्रारंभ की। इस मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम ने दिल्ली के एजेंट जरीक अहमद खान और सफीक अहमद खान को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपियों को 13 नवंबर तक रिमांड पर लिया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है ताकि इस मामले की अन्य कड़ियों का पता चल सके।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि बापूपुरा गांव के अनिल चौधरी ने अपने चचेरे भाई के माध्यम से जरीक अहमद खान से संपर्क किया था। जरीक ने 35 लाख रुपए लेकर इन चारों को विदेश में नौकरी दिलाने का वादा किया था। इसके बाद, उन्हें अहमदाबाद से बैंकॉक के लिए भेजा गया, जहां से इन लोगों को तेहरान भेज दिया गया। वहाँ इनसे फिरौती के रूप में अधिक राशि मांगकर उन्हें बंधक बना लिया गया। जब वे राशि नहीं दे पाए, तो उनके साथ मारपीट की गई। फिर भी राशि न मिलने पर उन्हें ईरान के तेहरान इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छोड़ दिया गया।
इस मामले के सूचना मिलने पर गांधीनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की और अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। पुलिस का कहना है कि जरीक से पूछताछ के बाद मामले का विस्तृत खुलासा होगा। इस घटना ने मानव तस्करी के एक नए और खतरनाक पहलू को उजागर किया है, जिसमें लोग विदेश भेजने के नाम पर बंधक बनाए जाते हैं और उनसे फिरौती वसूल की जाती है।