क्या छठ पर राहुल गांधी की टिप्पणी से बिहार की जनता नाराज है?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की छठ पर टिप्पणी ने विवाद खड़ा किया है।
- गिरिराज सिंह ने इसे सनातन धर्म का अपमान बताया है।
- बिहार की जनता इस अपमान का जवाब देने की तैयारी में है।
- राजनीतिक बयानबाजी में धार्मिक भावनाएँ अक्सर भड़क जाती हैं।
- बिहार में महागठबंधन और भाजपा के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
बेगूसराय, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्होंने सनातन धर्म का अपमान किया है। छठ पर राहुल गांधी की टिप्पणी सनातन धर्म और हिंदुओं का अपमान है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को यह नहीं पता कि वे स्वयं क्या हैं। वे हिंदू, पारसी, ईसाई या कुछ और हो सकते हैं... लेकिन यदि वे छठ पर्व का अपमान करते हैं, तो उन्हें ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। बिहार की जनता उन्हें जवाब देगी।
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने हमारी आस्था को ठेस पहुँचाने का कार्य किया है। राहुल गांधी ने छठ पर्व के बारे में अभद्र टिप्पणी की है। मैं उन्हें चेतावनी देता हूँ। आप न हिंदू हैं, न मुसलमान हैं, और न ईसाई हैं। लेकिन अगर आप हिंदुओं और बिहार के सबसे बड़े महापर्व छठ को बदनाम करने की कोशिश करेंगे, तो बिहार की जनता आपसे बदला
गिरिराज सिंह का यह बयान राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आया जिसमें उन्होंने दिल्ली छठ पर्व की आलोचना की थी। राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री का यमुना और छठ पूजा से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें सिर्फ आपका वोट चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि यह विकास और जंगलराज के बीच की लड़ाई है। उन्होंने महागठबंधन पर पीएफआई का समर्थन करने का आरोप लगाया और छठ पर्व का कथित रूप से अपमान करने के लिए राहुल गांधी की निंदा की।
उन्होंने कहा कि लालू यादव ने SIMI और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को न केवल जन्म दिया, बल्कि उनका पालन भी किया। पीएफआई आज देश के लिए घातक है। वही जगह-जगह जाकर बांग्लादेशियों और रोहिंग्या घुसपैठियों को पालता है, इसलिए उसका खात्मा नरेंद्र मोदी की सरकार ही करेगी।
इससे पहले राजद नेता तेजस्वी यादव पर गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो वे यहाँ इस्लामी कानून लागू करेंगे। यह बिहार का दुर्भाग्य होगा। ये लोग हिंदुओं का वोट नहीं चाहते। ये लोग वक्फ बोर्ड के बिल को रद्दी में डालने की बात करते हैं। ये धर्म की राजनीति करते हैं।