क्या गोवा हादसे पर कांग्रेस ने गहरा दुख व्यक्त किया है और सरकार से जवाबदेही की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा में नाइटक्लब आग
- 20 से अधिक लोगों की मृत्यु
- कांग्रेस नेताओं की संवेदनाएं
- राज्य सरकार से जवाबदेही की मांग
- पूर्ण जांच की आवश्यकता
पणजी, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गोवा के एक नाइटक्लब में हुई घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट की जो इस घटना में प्रभावित हुए हैं। उन्होंने लिखा, "गोवा के अरपोरा में हुई दुखद आग में जान गंवाने वाले 20 से अधिक व्यक्तियों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। यह एक टाला जा सकने वाला दुखद हादसा है, और मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।"
उन्होंने इस घटना की जांच का आदेश देते हुए कहा, "ऐसी घटनाओं के लिए एक व्यापक जांच, कड़ी जवाबदेही और त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आग से सुरक्षा के सभी नियमों का पालन हो। मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपील करता हूँ कि वे प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करें और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े रहें।"
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, "गोवा के अरपोरा में हुई दुखद आग से बहुत दुख हुआ, जिसमें 20 से अधिक व्यक्तियों की जान चली गई। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।"
उन्होंने राज्य सरकार की जवाबदेही तय करने की बात करते हुए कहा, "यह सिर्फ एक हादसा नहीं है, बल्कि सुरक्षा और प्रशासन में एक गंभीर विफलता है। एक पूरी और पारदर्शी जांच होनी चाहिए ताकि जिम्मेदारी तय हो सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।"
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा, "पीड़ित परिवारों और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। यह एक बहुत बड़ा नुकसान है। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करती हूँ। इस दुखद घटना की पूरी जांच होनी चाहिए। दोषियों को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और सभी सुरक्षा नियमों का पालन किया जाए।"