क्या गुजरात के मुख्यमंत्री ने दीवाली पर गुजरातियों से 'वोकल फॉर लोकल' की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने दीवाली की शुभकामनाएं दीं।
- स्थानीय उद्यमियों का समर्थन करने की अपील की।
- 'वोकल फॉर लोकल' का महत्व बताया।
- आत्मनिर्भर भारत का संकल्प दोहराया।
- गुजरात का विकास और संस्कृति को उजागर किया।
गांधीनगर, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को राज्य के निवासियों और विश्वभर में फैले गुजराती परिवारों को दीवाली और विक्रम संवत 2082 के नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने सभी के लिए समृद्धि और प्रगति की कामना करते हुए यह आशा व्यक्त की कि आने वाला वर्ष गुजरातवासियों के लिए नया उत्साह, सामूहिक विकास और निरंतर विकास लेकर आएगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, "यह पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है। इसी भावना से प्रेरित होकर, गुजरात 'सबका साथ, सबका विकास' के विजन के तहत प्रगति की ऊंचाई पर अग्रसर है।"
उन्होंने नागरिकों से स्थानीय कारीगरों, व्यापारियों और उद्यमियों का समर्थन करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक घर से 'हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी' का संकल्प लेने और 'वोकल फॉर लोकल' अभियान को सशक्त बनाने का आग्रह किया, जिससे 'आत्मनिर्भर भारत' का संदेश आगे बढ़े।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में घोषित राजकोषीय सुधारों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार ने व्यापार प्रक्रियाओं को आसान बनाकर और भारत की विकास गति को तेज करके इस दिवाली पर खुशी का दोहरा बोनस लाया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सुधारों से गुजरात समृद्धि की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने विकसित गुजरात 2047 के विजन को दोहराया, जो प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ है।
उन्होंने गुजरात को देश की प्रगति का इंजन बताते हुए कहा कि 2030 में अहमदाबाद में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स राज्य के लिए गर्व का एक और क्षण होंगे।
दीपावली के अवसर पर उन्होंने गुजरात की संस्कृति, विकास और ऊर्जा के पूरे देश को प्रेरित करने की कामना की।
अंत में, उन्होंने नव वर्ष विक्रम संवत 2082 की शुभकामनाएं दीं और विश्वास जताया कि यह वर्ष गुजरात की प्रगति को और तेज करेगा और एक समृद्ध, आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को मजबूत करेगा।